Anand Complex से कूड़ा न उठाने पर बवाल, दुकानदारों की नप कर्मचारियों से नोकझोंक

Wednesday, Aug 14, 2019 - 06:26 PM (IST)

सोलन (नरेश पाल): नगर परिषद सोलन द्वारा चलाई गई डोर-टू-डोर गारबेज कलैक्शन योजना के तहत बुधवार को कर्मचारियों ने आनंद कॉम्प्लैक्स का कूड़ा ही नहीं लिया इस पर यहां खूब बवाल मचा। कूड़ा न उठाने के चलते पूरे कॉम्प्लैक्स में दुर्गंध फैल रही है और दुकानों के आगे कूड़े का ढेर लगा हुआ है। इससे दुकानदारों में नगर परिषद के प्रति रोष बढ़ रहा है। इसे लेकर दुकानदारों और नगर परिषद कर्मचारियों के बीच काफी देर तक नोकझोंक भी हुई और बाद में दुकानदार नगर परिषद अधिकारियों से भी मिले।

नप कर्मचारी बोले-कूड़ा उठाने के लिए नहीं मिली पेमैंट

बता दें कि सोलन नगर परिषद द्वारा एनजीटी के आदेशों के बाद शुरू की गई डोर-टू-डोर गारबेज कलैक्शन योजना की रोजाना कहीं न कहीं से शिकायतें मिलती रहती हैं। इस योजना के तहत शहर के मुख्य स्थानों से कूड़ेदान भी हटा दिए गए हैं। अब यदि कर्मचारी कूड़ा न उठाएं तो लोगों के पास कोई जगह ऐसी नहीं जहां कूड़ा फैंका जा सके। बुधवार को नप कर्मचारियों ने आनंद कॉम्प्लैक्स से कूड़ा लेने से इंकार कर दिया। नप कर्मचारियों का कहना था कि कूड़ा उठाने के लिए कॉम्प्लैक्स से पेमैंट नहीं आई है। इसके चलते पूरा दिन कूड़े का ढेर दुकानों के सामने पड़ा रहा और इसकी दुर्गंध से सभी को परेशानियों का सामना करना पड़ा।

क्या कहते हैं दुकानदार

दुकानदारों ने बताया कि बुधवार को कर्मचारियों ने कूड़ा ही नहीं उठाया। उन्होंने बताया कि कॉम्प्लैक्स में दुकानदारों ने सफाई के लिए कर्मचारी नियुक्त किया है जो कूड़ा एकत्र करके नप को देता है। बुधवार को कूड़ा नहीं उठाया गया और जब वे दुकानें खोलने आए तो दुकानों के आगे गंदगी के ढेर पड़े हुए थे। इस पर उन्होंने कर्मचारियों को कूड़ा ले जाने के लिए कहा लेकिन वे मुकर गए। कर्मचारियों का कहना था कि कॉम्प्लैक्स के दुकानदारों ने कूड़ा उठाने के लिए पेमैंट नहीं की है। दुकानदारों का कहना है कि उन्होंने कभी भी पेमैंट के लिए मना नहीं किया लेकिन जब उनके पास कोई पैसे लेने ही नहीं आया तो वे किसे पैसे देते।

सुलझा लिया गया मामला

नगर परिषद सोलन के सैनेटरी इंस्पैक्टर कर्मचंद ने बताया कि आनंद कॉम्प्लैक्स से योजना के तहत एकत्र किए जाने वाले शुल्क की अदायगी नहीं हुई थी, जिसे लेकर कर्मचारियों ने कूड़ा लेने से मना कर दिया। इसे लेकर दुकानदार नगर परिषद अधिकारियों से भी मिले और बाद में मामले को सुलझा लिया गया।

Vijay