उद्योग से निकलने वाले धुएं में सांस लेना हुआ मुश्किल, CM हैल्पलाइन भी नहीं आई काम

Saturday, Feb 29, 2020 - 08:07 PM (IST)

इंदौरा (अजीज): प्रदूषण संबंधी समस्याओं को दूर करने के लिए भले ही सरकार ने बोर्ड का गठन कर प्रदूषण नियंत्रित करने की जिम्मेदारी सौंपी हो लेकिन कई स्थानों पर प्रदूषण नियंत्रण केवल कागजों तक ही सीमित नजर आता है। ऐसा ही एक मामला इंदौरा के कंदरोड़ी का है। जहां एक उद्योग से निकलने वाला धुआं लोगों के लिए परेशानी का कारण बन रहा है लेकिन उद्योग प्रबंधन को न तो प्रदूषण की चिंता है और न ही लोगों के स्वास्थ्य की। उक्त उद्योग से निकलने वाले धुएं से परेशान लोगों का कहना है कि दिन-रात उद्योग से निकलने वाले धुएं से उनको सांस लेने में परेशानी होती है। यही नहीं बच्चे तो रात को सो तक नहीं पाते, जिसकी शिकायत लोगों ने मुख्यमंत्री हैल्पलाइन योजना में की थी लेकिन बिना हल किए ही उस शिकायत को ठंडे बस्ते में डाल दिया गया है।

मुख्यमंत्री हैल्पलाइन पर हल नहीं होती समस्या : रणधीर सिंह

कंदरोड़ी निवासी रणधीर सिंह का कहना है कि मुख्यमंत्री हैल्पलाइन  केवल लोगों को खुश करने के लिए है, इससे लोगों की किसी भी प्रकार की समस्या को हल नहीं किया जाता बल्कि जिसकी शिकायत की होती है उसको बता दिया जाता है कि आपकी शिकायत किसने की है। रणधीर सिंह ने बताया कि इस संदर्भ में उसने 1100 नंबर पर 24 जनवरी को शिकायत की थी। शिकायत के दौरान उस समय एक अधिकारी भी आया जोकि लगभग 40 लोगों के अलग-अलग फार्म भरकर और हस्ताक्षर करवा कर ले गया था लेकिन 24 फरवरी को मैसेज भेजकर उस शिकायत को बिना हल किए ही बंद कर दिया गया जबकि उद्योग का धुआं उसी तरह से निकल रहा है।

1100 नंबर से आया था यह मैसेज

आपकी शिकायत क्रमांक 152396 पर प्राप्त समाधान को अंतिम निराकरण मानते हुए आपकी शिकायत को वरिष्ठ स्तर से बंद किया जा रहा है।

क्या बोले प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड धर्मशाला के अधिकारी

इस बारे प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड धर्मशाला के अधिशासी अभियंता का कहना है कि समय-समय पर उद्योगों की जांच की जाती है। यदि इस प्रकार की कोई समस्या आ रही है तो जल्द इस पर कार्रवाई की जाएगी और नई तकनीक के यंत्र लगवाए जाएंगे जिससे वायु प्रदूषण न हो।

Vijay