DDU में डायलिसिस की सुविधा शुरू, शिक्षा व स्वास्थ्य मंत्री ने किया लोकार्पण

Friday, Sep 07, 2018 - 11:07 PM (IST)

शिमला: शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज और स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री विपिन सिंह परमार ने शिमला के दीन दयाल उपाध्याय अस्पताल में शुक्रवार को डायलिसिस केंद्र का लोकार्पण किया। अब मरीजों को डायलिसिस के लिए दर-दर नहीं भटकना पड़ेगा। यह प्रदेश का 7वां डायलिसिस केंद्र खोला गया है। इससे पहले सोलन, मंडी, कुल्लू, ऊना, बिलासपुर और धर्मशाला में डायलिसिस केंद्र खोले जा चुके हैं। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन के तहत ‘राष्ट्रीय डायलिसिस कार्यक्रम’ शुरू किया गया है। इस केंद्र में बी.पी.एल. परिवारों को नि:शुल्क जबकि ए.पी.एल. परिवारों को न्यूनतम 1169 रुपए में डायलिसिस की सुविधा मिलेगी। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के नेतृत्व में प्रदेश सरकार इस सुविधा को सभी जिला अस्पतालों के साथ-साथ उपमंडलीय अस्पतालों तक पहुंचाना चाहती है।

शीघ्र की जाएगी 732 स्टाफ नर्सों की नियुक्ति
उन्होंने कहा कि प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत करने के निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं। अस्पतालों से स्टाफ की कमी को दूर करने के प्रयास किए जा रहे हैं, जिसके तहत शीघ्र ही 732 स्टाफ नर्सों की नियुक्ति की जाएगी। इनमें से 50 प्रतिशत पद बैचवाइज भरे जाएंगे और भर्ती प्रक्रिया 4 माह में पूरी कर ली जाएगी। इसी प्रकार, रेडियोग्राफर, ओ.टी. सहायक, ए.एन.एम. व अन्य तकनीकी कर्मचारियों के पदों का भी सृजन किया गया है और अधीनस्थ सेवाएं आयोग के माध्यम से इन्हें भरा जा रहा है। उन्होंने कहा कि डाक्टरों के 300 पद वॉक-इन-इंटरव्यू के माध्यम से भरे जा चुके हैं और जल्द ही 200 नियमित डाक्टरों के पद हि.प्र. लोक सेवा आयोग के माध्यम से भरे जाएंगे।

प्रदेश में इन जगह भी खुलेंगे डायलिसिस केंद्र
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि निकट भविष्य में चम्बा, नूरपुर, पालमपुर एवं पांवटा साहिब में भी डायलिसिस केंद्र खोले जाएंगे। प्रदेश में अब तक इस योजना के अंतर्गत 4709 लोगों का डायलिसिस हुआ है और 30,000 से अधिक सैशन किए जा चुके हैं। प्रदेश में जब डायलिसिस की सुविधा नहीं थी तो लोगों को बाहरी प्रदेश में इलाज के लिए भटकना पड़ता था, जिससे समय के साथ-साथ धन का भी नुक्सान होता था।

2 माह के अंदर स्थापित होगी डिजिटल एक्स-रे मशीन
स्वास्थ्य मंत्री ने आश्वासन दिया कि डी.डी.यू. में डिजिटल एक्स-रे मशीन 2 महीने में स्थापित कर दी जाएगी। इसके लिए निविदाएं आमंत्रित की जा चुकी हैं। उन्होंने कहा कि डी.डी.यू. अस्पताल एक ऐतिहासिक भवन है, ऐसे में इससे अधिक छेड़छाड़ किए बगैर इसका जीर्णोद्धार किया जाएगा। इसके लिए उन्होंने प्रारूप तैयार करने की बात कही, जिसे मुख्यमंत्री की संस्तुति के लिए प्रस्तुत किया जाएगा।  

 

Vijay