धूमल बोले- पार्टी चिन्ह पर चुनाव होते तो 30 से ज्यादा सीटें जीतते

Tuesday, Jun 20, 2017 - 10:42 AM (IST)

नेरवा: भाजपा शिमला नगर निगम चुनावों में 30 से ज्यादा सीटें जीतती अगर पार्टी चिन्ह पर चुनाव होते। यह बात पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल ने नेरवा में आयोजित पत्रकार वार्ता में कही। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने अपनी हार सामने देख शिमला नगर निगम चुनाव पार्टी चिन्ह पर न करवा कर एक सोची समझी चाल चली, जिसके चलते सभी दलों के प्रत्याशियों को अलग-अलग चुनाव चिन्हों पर चुनाव लड़ना पड़ा, जिससे अधिकांश मतदाता भ्रमित हो गए व मत बंट गए। सबसे अधिक मत विभाजन भाजपा के मतों का हुआ। यही कारण है कि भाजपा के कुछ पार्षद मामूली अंतर से पिछड़ गए। 


31 साल के इतिहास में शिमला एम.सी. में भाजपा के मेयर व डिप्टी मेयर बनने जा रहे
मुख्यमंत्री के गृह क्षेत्र की बात की जाए तो उनके चारों वार्डों में भाजपा को 655 मतों की बढ़त मिली है जबकि 2 सीटें भाजपा के खाते में आई हैं जबकि मुख्यमंत्री यहां से खुद 20,000 मतों से जीते थे। लोकसभा चुनावों में स्थिति बदल गई व वीरेंद्र को यहां से 1,734 मतों की बढ़त मिली थी। इस बात से अंदाजा लगाया जा सकता है कि प्रदेश में कांग्रेस का ग्राफ तेजी से गिर रहा है। पूर्व मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि कांग्रेस व कम्युनिस्ट पार्टी ने अंदरखाते हाथ मिला लिया था व चुनावों में क्रॉस वोटिंग की गई, जिसका नतीजा यह निकला कि बीते एम.सी. चुनावों में जिस कम्युनिस्ट पार्टी के मेयर व डिप्टी मेयर बने थे, वह मात्र एक सीट पर सिमट कर रह गई। उन्होंने कहा कि एम.सी. के 31 साल के इतिहास में शिमला एम.सी. में भाजपा के मेयर व डिप्टी मेयर बनने जा रहे हैं।