धूमल बोले-विधानसभा सत्र में खराब कानून व्यवस्था पर सरकार को घेरेगी BJP

Friday, Aug 04, 2017 - 01:48 AM (IST)

हमीरपुर/शिमला: पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल ने कहा कि 22 अगस्त से शुरू हो रहे विधानसभा सत्र में सरकार को भाजपा प्रदेश में चल रही खराब कानून व्यवस्था और भ्रष्टाचार के मामले पर घेरेगी। उन्होंने कहा कि कोटखाई में हुए गुडिय़ा मामले में जिस तरह सरकार और पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान खड़े हुए हैं और बाद में जिस तरह चम्बा के तीसा में एक छात्रों के साथ हुए रेप मामले में सांप्रदायिकता फैली जिससे सरकारी प्रापर्टी को नुक्सान हुआ और कई लोग घायल हुए। यह सभी प्रमुख मुद्दे होंगे, जिन्हें विपक्ष विधानसभा में उठाएंगे। उन्होंने कांग्रेस सरकार व संगठन के बीच चल रही तनातनी पर एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि यह कांग्रेस का अंदरूनी मामला है लेकिन मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह और कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष सुखविंदर सिंह सुक्खू के बीच हो रही बयानबाजी कांग्रेस की गुटबाजी की पोल खोल रही है। धड़ों में बंटी कांग्रेस आगामी विस चुनावों में भाजपा के सामने नहीं टिक पाएगी। 

गुडिय़ा मामले पर मुख्यमंत्री ने दिए असंवेदनशील बयान 
उधर, शिमला में हिमाचल प्रदेश भाजपा उपाध्यक्ष गणेश दत्त एवं संगठनात्मक जिला महासू के अध्यक्ष अजय शर्मा ने आरोप लगाया है कि कोटखाई में गुडिय़ा मामले को लेकर मुख्यमंत्री ने बार-बार असंवेदनशील बयान दिए जिससे जनता भड़क गई। दोनों भाजपा नेताओं ने नरेंद्र बरागटा का बचाव करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री ने सोलन में बयान देकर पूर्व बागवानी मंत्री की छवि को खराब करने का प्रयास किया है। उन्होंने मुख्यमंत्री से अपने शब्दों को वापस लेने की मांग की। उन्होंने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री की फेसबुक पर कुछ लोगों की तस्वीरें पोस्ट करना और बाद में उन्हें हटाए जाने से भी जनता ने आंदोलन किया। इसके विपरीत भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेताओं पर दुर्भाग्यपूर्ण तरीके से आरोप लगाए गए। 

स्कूलों में वर्दी उपलब्ध करवाने में नाकाम रही सरकार 
वहीं हिमाचल प्रदेश भाजपा प्रवक्ता महेंद्र धर्माणी ने आरोप लगाया है कि राज्य सरकार स्कूलों में वर्दी उपलब्ध करवाने में नाकाम रही है। इसी तरह वर्दी की सिलाई के लिए 2 साल से राशि नहीं मिल पाई है। धर्माणी ने यहां जारी बयान में कहा कि वर्दी न मिलने से स्कूली बच्चों के साथ-साथ उनके अभिभावकों में भी रोष है। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रदेश में सरकार और कांग्रेस संगठन आपस में आरोप-प्रत्यारोप लगा रहे हैं तथा विकास कार्य की तरफ ध्यान नहीं दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इसके चलते स्कूलों में बच्चों को वर्दी नहीं मिल रही है और वे पुरानी वर्दी पहनने को मजबूर हैं। उन्होंने सरकार से मांग की कि बच्चों को साल में 2 बार मिलने वाली वर्दी तुरंत उपलब्ध करवाई जाए।