धूमल ने साधा निशाना, कहा-कांग्रेस राज में बद से बदतर हुई कानून व्यवस्था

Friday, Jul 14, 2017 - 06:28 PM (IST)

शिमला (राजीव चौहान): नेता प्रतिपक्ष प्रेम कुमार धूमल ने कहा कि राज्य में जब से कांग्रेस सत्तासीन हुई है, कानून व्यवस्था बद से बदतर हो गई है। उन्होंने कहा कि राज्य में समाज विरोधी तत्वों का बोलबाला है। ऐसे तत्वों में कोई भय नहीं है और इसका नवीनतम उदाहरण कोटखाई की घटना का है। उन्होंने कहा कि कोटखाई की गुडिय़ा के मामले की जांच सी.बी.आई. से करवाने की सरकार की घोषणा का वह स्वागत करते हैं। उन्होंने पत्रकार वार्ता में कहा कि पहले गुडिय़ा का शव नहीं मिलता है और जब शव मिलता है तो उसकी जांच को लटकाया जाता है। उन्होंने कहा कि गुडिय़ा के माता-पिता ने भी इस मामले में सी.बी.आई. से जांच करवाने की मांग की है। उन्होंने कहा कि वह भी इस मांग का समर्थन करते हैं।

अपराध करते ही फरार हो जाते हैं नेपाल के लोग
उन्होंने कहा कि इस मामले में नेपाल और गढ़वाल के लोगों के नाम आए हैं। नेपाल के लोगों के बारे में सब जानते हैं कि वह अपराध करते हैं तो तुरंत ही फरार हो जाते हैं। अनेकों ऐसे मामले हैं और छबील दास मर्डर केस और कुल्लू मंदिर चोरी का मामला का मामला सामने हैै, ऐसे में हत्यारे यहां पर तो घूमेंगे नहीं। उनका कहना था कि लोग इस बात पर विश्वास नहीं कर रहे हैं और सबने शंका जाहिर की है। उन्होंने कहा कि लोगों के दबाव के चलते सी.एम. को इस मामले की जांच सी.बी.आई. से करवाने को कहना पड़ा है। 

देवभूमि से ड्रग्स की भूमि बनी 
धूमल ने कहा कि राज्य में कानून व्यवस्था बेहद खराब है और यह देवभूमि से ड्रग्स की भूमि बनी और अब अपराध की भूमि बन रही है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में कई ऐसे मामले हुए हैं। कुल्लू में 8 वर्ष की बच्ची की रेप के बाद हत्या होती है। वन रक्षक होशियार का मामला सामने है।  कहा जा रहा है कि इसने जहर खाकर आत्महत्या की। वह जहर खाकर पेड़ पर चढ़ गया। इसके लिए भी सीबीआई जांच की मांग हो रही है। उन्होंने कहा कि राज्य में कई ऐसी घटनाएं घटी हैं। चाहे वह बारूद पकड़े जाने की हों या फिर हथियार पकडऩे जाने की हों। इसके अलावा सुबाथू में आतंकियों के पोस्टर लगे हैं और बंजार में आई.एस.आई.एस. का आतंकी पकड़ा गया। 

....तो राज्य में सरकार को रहने का अधिकार नहीं 
उन्होंने कहा कि राज्य में वन माफिया वन काट गया, खनन माफिया रेत-बजरी का अवैध व्यापार कर गया। मौत के सौदागर जान-माल के साथ इज्जत भी ले गए, ऐसे में सारे स्टेट की हर घटना की जांच यदि सी.बी.आई. को ही करनी है तो राज्य में सरकार को रहने का अधिकार नहीं है। उन्होंने कहा कि वह सी.एम. द्वारा कोटखाई के मामले की सीबीआई जांच करवाने का समर्थन करते हैं। उन्होंने कहा कि जहां स्थानीय प्रशासन, राज्य प्रशासन और पुलिस दबाव में कार्य कर रही है, वहां क्या हो सकता है, इसे खुद समझा जा सकता है।

वी.वी.आई.पी. की फेसबुक पोस्ट पर जारी संदिग्धों के फोटो क्यों हटाए?
धूमल ने कहा कि एक वी.वी.आई.पी. की फेसबुक पोस्ट पर पहले कुछ संदिग्धों के फोटो पेस्ट किए जाते हैं और फिर वे अदृश्य हो जाते हैं। वे कौन लोग थे। उनकी फोटो पहले क्यों डाली और फिर क्यों हटाई गई, ऐसे में पैदा हुई शंकाओं का निराकरण हो और सक्षम जांच में ही सारी बातें सामने आ सकती हैं। उन्होंने कहा कि सरकार को इसका भी पता करना चाहिए कि किसने वीवीआईपी के फेसबुक पेज पर फोटो पेस्ट की और फिर क्यों हटाई और बिना ठोस प्रमाण के फोटो क्यों डालने के क्या कारण थे। 

शहीदों के परिजनों को दी जा रही वित्तीय मदद में भेदभाव
उन्होंने शहीद हो रहे जवानों के परिजनों को दी जा रही वित्तीय मदद में भेदभाव की निंदा की है। उन्होंने कहा कि जो जवान शहीद हुआ है। उसके परिजनों को समान राशि मिलनी चाहिए। उनका कहना था कि ऐसा मामला सामने आया है और इस संबंध में वे सरकार को लिखेंगे। उन्होंने कहा कि कारगिल युद्ध के वक्त तत्कालीन सरकार ने इस संबंध में नियम बनाए थे और सभी को एक समान राशि दी थी, ऐसे में अब भी ऐसा ही होना चाहिए। उन्होंने कहा कि शहादत से भेदभाव नहीं होना चाहिए। उन्होंने कहा कि 26 जुलाई को बीजेपी राज्यभर में कारगिल विजय दिवस मना रही है। उस दिन शहीदों के परिवारों को सम्मानित किया जाएगा और इस समारोह में पूर्व सैनिक भी हिस्सा लेंगे। उनका कहना था कि यह कार्यक्रम पार्टी से जुड़े पूर्व सैनिक करेंगे और हर जिला और कई मंडलों में भी यह समारोह होगा।