धर्मेंद्र प्रधान की हिमाचल को सौगात, 46 नई गैस एजैंसियां खोलने की स्वीकृति

Tuesday, Aug 29, 2017 - 09:16 AM (IST)

शिमला: केंद्रीय पैट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) धर्मेंद्र प्रधान ने सोमवार को हिमाचल के लिए कई सौगातें देने की घोषणा की है। इसके तहत राज्य में 46 नई रसोई गैस एजैंसियों को खोला जाएगा। राज्य में अब तक 172 गैस एजैंसियां हैं और 46 को शीघ्र खोला जाएगा। इसी तरह राज्य में नए पैट्रोल पंप खोलने के लिए सर्वेक्षण करवाया जाएगा ताकि आवश्यकता अनुसार इन्हें खोला जा सके। राज्य में इस समय 411 पैट्रोल पंप हैं। शिमला में जंगल के कचरे (वेस्ट) से बायो फ्यूल प्लांट लगाए जाने का भी प्रस्ताव है, साथ ही आगामी साल तक राज्य में हर घर को एल.पी.जी. की सुविधा उपलब्ध करवा दी जाएगी। 


न्यूनतम मजदूरी सरकार की तरफ से देय मजदूरी के अनुसार
हिमाचल भारतीय जनता पार्टी बुद्धिजीवी प्रकोष्ठ की तरफ से आयोजित प्रबुद्धजन संगोष्ठी को संबोधित करते हुए केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने यह घोषणा की। उन्होंने यह भी कहा कि पैट्रोल पंप व गैस एजैंसी में सेवाएं देने वाले कर्मचारियों को वेतन बैंक के माध्यम से दिया जाएगा, साथ ही संबंधित राज्य में न्यूनतम मजदूरी सरकार की तरफ से देय मजदूरी के अनुसार होगी। इसमें राज्य और केंद्र की तरफ से जहां पर जो अधिक मजदूरी दी जाएगी, उसको अदा करना होगा। उन्होंने कहा कि केंद्र की तरफ से एकमुश्त दैनिक मजदूरी को 42 फीसदी बढ़ाया गया है। इस तरह पैट्रोल पंप व गैस एजैंसियों में सेवाएं देने वाले सभी कर्मचारियों के जन-धन खाते खुलवाए जाएंगे। 


150 से 200 तक खोले जाएंगे पैट्रोल पंप
उन्होंने कहा कि निर्वाचित प्रतिनिधि जैसे सांसद व विधायक जहां पैट्रोल पंप खोलने के लिए कहेंगे, वहां पर खोला जाएगा। इस तरह से 150 से 200 तक पैट्रोल पंप खोले जाएंगे। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि पैट्रोल पंप के मालिकों की कमीशन को बढ़ाने की दिशा में भी काम चल रहा है। हिमाचल में इस समय पैट्रोल पंपों पर काम करने वालों को करीब 93,66,000 रुपए अदा किए जा रहे हैं, जो अगस्त माह के अंत तक बढ़कर 1.50 करोड़ रुपए हो जाएंगे। उन्होंने कहा कि राज्य में पैट्रोल पंप पर 1,720 लोग व गैस एजैंसियों में करीब 500 लोगों को रोजगार मिल रहा है। शिमला में बायोमास फ्यूल प्लांट खोलने की संभावना का उल्लेख करते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा कि जब हम 6 लाख करोड़ रुपए का कच्चा तेल विदेश से खरीद सकते हैं तो देश में जंगल वेस्ट से भी एनर्जी को तैयार किया जा सकता है।