ऑनलाइन सामान बेचने के चक्कर में गंवाए 79 हजार

Monday, Jan 06, 2020 - 10:30 PM (IST)

धर्मशाला, (तनुज): जिला मुख्यालय धर्मशाला के एक युवक ने ऑनलाइन सामान बेचने के चक्कर में अपने साथ अपने दोस्त के भी पैसे लुटा दिए। युवक ओ.एल.एक्स. पर अपना सामान बेचने के चक्कर में अपने तथा अपने दोस्त के 79 हजार रुपए शातिरों के हाथ गंवा बैठे। इस ठगी के शिकार होने के बाद युवकों ने धर्मशाला पुलिस के पास शिकायत दर्ज करवाई है। जानकारी के अनुसार जिला मुख्यालय धर्मशाला से संबंध रखने वाले एक युवक ने अपना कोई उत्पाद बेचने के लिए ऑनलाइन ओ.एल.एक्स. पर अपलोड किया। ऑनलाइन अपलोड करने के बाद युवक को कुछ दिन बाद एक मैसेज आया जिसमें मैसेज करने वाले व्यक्ति ने स्वयं को सेना का अधिकारी बताया, जिसमें व्यक्ति ने युवक के सामान को खरीदने की इच्छा जाहिर की तथा इसकी पेमैंट ऑनलाइन उसके खाते में करने की बात कही।

दोस्त को बताया पूरा मामला

शातिर ने सामान बेचने वाले युवक को एक बार कोड सैंड किया। बार कोड सैंड करने के साथ ही शातिर ने कहा कि इसे स्कैन करते ही उसके खाते में पैसे आ जाएंगे, लेकिन जब युवक ने बार कोड को स्कैन किया तो उसके खाते से 30 हजार रुपए गायब हो गए। इसके बाद तथाकथित सेना के अधिकारी का युवक को दोबारा मैसेज आया कि उसके खाते में पैसे नहीं जा रहे हैं, इसके लिए वह अपने किसी दोस्त या परिजन का कोई भी ऑनलाइन पैसे ट्रांसफर करने वाली एप्प का नंबर दे जिससे कि उसके पैसे वापस कर सके। इसके चलते युवक ने अपने एक अन्य दोस्त को पूरा मामला बताया तथा दूसरा युवक अपने दोस्त की सहायता करने के लिए तैयार हो गया।

शातिर ने युवक के दोस्त को बार कोड भेजा

 इस दौरान शातिर ने युवक के दोस्त को बार कोड भेजा और उसे स्कैन करने के लिए कहा तथा युवक ने जब बार कोड को स्कैन किया तो उसके खाते से भी 49 हजार रुपए गायब हो गए। इसके बाद शातिर ने दूसरे युवक को भी वही दास्तां सुनाई, लेकिन उसने ऐसा करने से इंकार कर दिया। इसके बाद ठगी का शिकार हुए दोनों युवकों ने धर्मशाला पुलिस के पास इस संबंध में शिकायत दर्ज करवा दी है। डीएसपी धर्मशाला विशाल वर्मा का कहना है कि युवकों से ठगी से संबंधित मामला ध्यान में आया है। लोगों को लालच में न आकर अपने विवेक से कार्य करना चाहिए। ओ.एल.एक्स. आदि साइटों पर अगर खरीददारी या सामान बेच रहे हैं तो पैसे तब तक ट्रांसफर न करें, जब तक संबंधित व्यक्ति उनके सामने न आए

Kuldeep