6 दिनों के अंदर फिर सुर्खियों में आया धर्मशाला अस्पताल, डॉक्टर से की बदसलूकी

Thursday, Aug 24, 2017 - 05:06 PM (IST)

धर्मशाला (नृपजीत निप्पी): क्षेत्रीय अस्पताल धर्मशाला एक बार फिर सुर्खियों में आया है। यहां एक हड्डी रोग विशेषज्ञ से बदसलूकी की गई। हैरानी की बात यह है कि 6 दिनों के अंदर यह दूसरी घटना है। बताया जाता है कि कोतवाली बाजार धर्मशाला के बताए जा रहे दोनों युवकों ने डॉक्टर से मारपीट का भी प्रयास किया। इसके अलावा जमकर गाली-गलौच किया। इस दौरान अस्पताल के सिक्योरिटी कर्मी मौके पर पहुंचे और उन्होंने बीच-बचाव किया। इस दौरान युवक भी वहां से भाग गए। इस घटना के बाद धर्मशाला अस्पताल के सभी चिकित्सकों व पैरामैडिकल स्टाफ ने अपनी सेवाएं बंद कर दी है। अस्पताल में केवल इमरजैंसी सेवाएं ही उपलब्ध करवाई जा रही हैं। जबकि ओपीडी बंद कर दी गई है। सभी चिकित्सकों ने आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। 


दोनों युवकों पुलिस की गिरफ्त में 
इसी बीच पुलिस टीम भी अस्पताल पहुंच गई है। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक दोनों युवक अपनी मां को यहां इलाज के लिए लाए थे। उस समय इमरजैंसी के साथ स्थापित माइनर ओटी में हड्डी रोग विशेषज्ञ अस्पताल में उपचाराधीन एक बच्चे को प्लास्टर कर रहे थे। दोनों युवक उक्त डॉक्टर को अपनी मां को आई चोट में ड्रेसिंग करने को कहने लगे। इस पर डॉक्टर ने जब उन्हें इमरजैंसी में ले जाने को कहा तो दोनों युवक डॉक्टर से बहस करने लग पड़े। इतना ही नहीं हालात मारपीट और गाली-गलौच तक पहुंच गए। इसके बाद दोनों युवक वहां से चले गए। पुलिस टीम जैसे ही मौके पर पहुंची वह युवक यहां नहीं थे। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने दोनों युवकों को कांगड़ा से अपनी गिरफ्त में लिया है। उनसे पूछताछ की जा रही है। 


19 अगस्त को भी युवक से हुई थी बदसलूकी
उल्लेखनीय है कि जोनल अस्पताल धर्मशाला में शनिवार यानि 19 अगस्त को दोपहर भोजनावकाश के दौरान आंखों की जांच करवाने आए युवक ओपीडी में खाना खा रहे तो चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी को कहासुनी के बाद थप्पड़ जड़े और उसे बुरी तरह धक्का देकर नीचे गिरा दिया। गनीमत यह रही कि चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी टेबल से नहीं टकराया अन्यथा कुछ भी हो सकता था। मामला बढ़ने पर अस्पताल में तैनात सभी चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी एकजुट हो गए और तीन घंटे तक उन्होंने कामकाज नहीं किया। बाद में अस्पताल प्रशासन के समझाने के बाद छुट्टी के समय कर्मचारी दोबारा ड्यूटी पर आ गए। इस संबंध में सदर थाना धर्मशाला में आरोपी युवक के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। लेकिन आज दिन तक उस आरोपी पर कोई कार्रवाई नहीं हुई है। 


सरकार द्वारा बनाया गया मेडीपर्सन एक्ट  कागजों तक ही सीमित
हिमाचल प्रदेश मेडिकल ऑफिसर एसोसिएशन के सलाहकार डॉ अजय दत्ता ने बताया कि डॉ के लिए सरकार ने एक मेडीपर्सन एक्ट भी बनाया है जोकि केवल कागजों तक ही सीमित रह गया है। उन्होंने बताया कि जब से यह मेडीपर्सन एक्ट बना है उसके अंतर्गत एक भी कार्रवाई आज दिन तक नहीं हुई है। उन्होंने कहा कि उनकी सुरक्षा के लिए यह लॉ बनाया है उसका उपयोग तो होना चाहिए। उन्होंने जिला कांगड़ा पुलिस अधीक्षक से मिलने की कोशिश भी की है लेकिन वह दो दिन से उनको मिलने का समय नहीं दे रहे। डॉ अजय दत्ता ने बताया कि अब जब तक पुलिस अधीक्षक उनकी बात नहीं सुनते तब तक वे लोग हड़ताल पर रहेंगे।