स्कूली वर्दी के सैंपल फेल हुए तो लगाएंगे पैनल्टी : भारद्वाज

punjabkesari.in Monday, Dec 09, 2019 - 10:42 PM (IST)

तपोवन (धर्मशाला), (सौरभ): सरकारी स्कूलों में बच्चों को बांटी वर्दियों और बैगों की गुणवत्ता पर उठ रहे सवालों पर शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज ने कहा कि स्कूली वर्दी और बैग की गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं किया जाएगा। अगर इसके रैंडम सैंपल संबंधित प्रयोगशाला से फेल होते हैं तो संबंधित कंपनी पर नियमानुसार पैनल्टी लगाई जाएगी। सदन में अपने वक्तव्य में शिक्षा मंत्री ने कहा कि स्कूली वर्दी की गुणवत्ता के खिलाफ विभाग को सी.एम. हैल्पलाइन के जरिए अभी तक एक शिकायत मिली है, जिसकी जांच हो रही है। 2019-20 में पहली से 12वीं कक्षा के 8.30 लाख विद्याॢथयों को 57.89 करोड़ रुपए की लागत से 2 जोड़े स्कूली वर्दी मुहैया करवाई गई है। इसके लिए सिविल सप्लाई कार्पाेरेशन के माध्यम से खुली निविदाएं बुलाकर मैसर्ज मफतलाल इंडस्ट्रीज को काम सौंपा गया।

मास्टर सैंपल से मेल न खाने पर 15000 सैट लौटाए

 वर्दी की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए 2 विभागीय अधिकारियों की ड्यूटी संबंधित कंपनी के कारखाने में लगाई गई, जहां से वर्दी का कपड़ा डिस्पैच होने से पहले उसका मिलान मास्टर सैंपल से किया गया। उन्होंने पूर्व कांग्रेस सरकार को घेरते हुए कहा कि वर्ष 2013-14, 2014-15 व 2015-16 में स्कूली वर्दी के क्रमश: 25, 125 और 4 सैंपल लैब टैस्ट में फेल हुए थे। तत्कालीन कांग्रेस सरकार द्वारा नियमों में प्रावधान न रखने के कारण संबंधित कंपनी से करीब 6 करोड़ की पैनल्टी वसूली नहीं जा सकी। भाजपा सरकार ने नियमों में प्रावधान किया है कि अगर वर्दी बांटने के बाद भी गुणवत्ता में कमी पाई जाती है तो संबंधित कंपनी को पैनल्टी देनी होगी। संबंधित लैब से गुणवत्ता की सही रिपोर्ट आने के बाद ही स्कूलों में वर्दी बंटेगी। शिक्षा मंत्री ने कहा कि लगभग 15000 वर्दियां रैंडम सैंपल की रिपोर्ट आने से पहले ही मास्टर सैंपल से रंग अलग होने के कारण लौटा दी गई हैं।

25 फीसदी स्कूल बैग बांटे

शिक्षा मंत्री ने कहा कि अटल वर्दी योजना में पहली, तीसरी, छठी और 9वीं कक्षा के 2 लाख 56 हजार 514 विद्यार्थियों को स्कूल बैग बांटे जा रहे हैं। इनके लिए भी समान नियम बनाए हैं। बैगों के 128 सैंपल लैब टैस्ट को भेजे हैं। इनमें 32 की रिपोर्ट मिली है। रिपोर्ट के आधार पर अब तक 25 फीसदी बैग बांटे हैं। बैग की खराब गुणवत्ता की विभाग को एक भी शिकायत नहीं मिली है।


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Kuldeep

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