Kangra: सुलझी हत्या की गुत्थी, प्रेमिका ही निकली पंकज की कातिल
punjabkesari.in Friday, Feb 21, 2025 - 11:27 PM (IST)
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धर्मशाला (तिलक): पुलिस थाना ज्वालामुखी के क्षेत्राधिकार में एक अज्ञात व्यक्ति की अधजली लाश बरामद हुई थी। जांच के दौरान शव की पहचान पंकज कुमार पुत्र सुरेश कुमार, निवासी वटाहण, पंचरुखी के रूप में की गई, जिसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट पुलिस थाना पंचरुखी में 19 जनवरी को दर्ज करवाई गई थी। शव की परिस्थितियों और जांच में प्राप्त साक्ष्यों के आधार पर यह पुष्टि हुई कि यह मामला हत्या का है, जिस पर पुलिस थाना पंचरुखी में भारतीय न्याय संहिता की संबंधित धाराओं के अंतर्गत अभियोग पंजीकृत किया गया। यह जानकारी शुक्रवार काे पुलिस अधीक्षक शालिनी अग्निहाेत्री ने पत्रकाराें से रू-ब-रू हाेते हुए दी।
उन्हाेंने बताया कि यह जांच अत्यंत चुनौतीपूर्ण रही, क्योंकि मृतक पंचरुखी से लापता हुआ था, जबकि उसका शव ज्वालामुखी थाना क्षेत्र में बरामद हुआ। पुलिस की गहन जांच और तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर मृतक के पड़ोस में रहने वाली निशु कुमारी, उसके पति सुशील कुमार और निशु के पिता उत्तम चंद को संदेह के आधार पर गिरफ्तार किया गया था और पूछताछ के दौरान आरोपियों ने यह स्वीकार किया कि मृतक से उनके पुराने मतभेद थे। एक पूर्व नियोजित साजिश के तहत जिसमें निशु बाला ने मृतक पंकज कुमार को 18 जनवरी को अपने घर बुलाया, जहां पर आरोपी निशु बाला ने लोहे के औजार से पकंज कुमार के सिर पर प्रहार कर हत्या कर दी। शव को घर में बंद कर निशु बाला एक विवाह समारोह में पालमपुर चली गई। घटना की क्रमवार जानकारी के अनुसार, निशु बाला ने शादी समारोह में पति सुशील कुमार, अपनी बहन रजनी, जीजा अजय, पिता उत्तम चंद व बहन के बेटे अभिषेक के साथ मिलकर पंकज की लाश को ठिकाने लगाने के लिए योजना बनाई।
विवाह समारोह से लौटने के बाद पांचों ने शव को कंबल में लपेटा तथा निजी वाहन में डालकर ज्वालामुखी क्षेत्र के जंगल में फैंक दिया तथा कंबल व गाड़ी के कवर को जंगल में अन्य स्थान पर जलाने के पश्चात गाड़ी को किसी अन्य स्थान पर धुलाने के पश्चात पंचरुखी वापस आ गए। सभी आरोपियों ने साक्ष्यों को नष्ट किया, ताकि उन पर किसी भी प्रकार से शक न हो। फोरैंसिक टीम द्वारा अलग-अलग स्थानों पर साक्ष्यों को एकत्रित किया गया। अभियोग में मुख्य बात यह है कि उक्त कृत्य को अंजाम देने के पश्चात संलिप्त 3 आरोपी अजय, रजनी व अभिषेक एनडीपीएस एक्ट के तहत पकडे़ गए थे, जो वर्तमान में जेल में बंद हैं। इस दाैरान मृतक का मोबाइल फोन व प्रयोग किए गए हथियार का पता लगाया जाना है। पुलिस द्वारा मामले की जांच गुणवत्ता और निष्पक्षता के उच्च मानदंडों के आधार पर की जा रही है। कांगड़ा पुलिस क्षेत्र में अवैध गतिविधियों में संलिप्त लोगों के खिलाफ कठोर कार्रवाई के लिए निरंतर प्रयासरत है और इस घटना में शामिल सभी आरोपियों को कानून के दायरे में लाने के लिए प्रतिबद्ध है।