पूर्व मुख्यमंत्री शांता कुमार को भी तिरंगा न फहराने की धमकी

Monday, Aug 02, 2021 - 07:48 PM (IST)

धर्मशाला/पालमपुर (ब्यूरो/भृगु): हिमाचल के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को 15 अगस्त को तिरंगा न फहराने को लेकर खालिस्तान समर्थक एवं सिख फार जस्टिस के गुरपखवंत सिंह पन्नू के धमकी भरा फोन सोमवार को पूर्व मुख्यमंत्री शांता कुमार को भी आया है। बताया जा रहा है कि सोमवार को दोपहर बाद 4 बजकर 6 मिनट पर शांता कुमार के मोबाइल फोन पर यह धमकी भरा वॉयस मैसेज आया।  इस प्री रिकॉर्डेड वॉइस कॉल में कहा गया है कि यह संदेश भाजपा के लिए है,आप पार्टी के वरिष्ठ नेता हैं, ऐसे में आप 15 अगस्त को राष्ट्रीय ध्वज न लहराए। शांता कुमार ने सिख फॉर जस्टिस की ओर से धमकी भरा फोन आने की पुष्टि करते हुए बताया कि इस संबंध में प्रशासन को अवगत करवा दिया गया है। सोमवार को पूर्व मुख्यमंत्री ही नहीं बल्कि पत्रकारों को भी विदेश के नंबर से फोन आया है।

प्रदेश के विभिन्न जिलों सहित कांगड़ा के भी पत्रकारों को पन्नू का यह फोन 2 बार आया है। फोन कॉल के दौरान कहा जा रहा है कि आप लोग पुलिस के दम पर यह करने की कोशिश कर रहे हो हम आपको दिखा देंगे। विभिन्न देशों से यह फोन कॉल्स आ रही हैं। हालांकि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को 15 अगस्त को तिरंगा न फहराने को लेकर आए फोन के बाद हिमाचल पुलिस ने पन्नू के खिलाफ राजद्रोह का मामला दर्ज कर लिया है।

इतना ही नहीं इन फोन कॉल्स के बाद प्रदेश में विभिन्न सामाजिक संगठनों ने भी इसके खिलाफ मुहिम शुरू कर दी है। शिव सेना हिंद ने तो पन्नू को पकडऩे वालों को 21 लाख रुपए तक ईनाम देने की घोषणा कर दी है। इस धमकी भरे फोन आने के बाद सभी 15 अगस्त को घर-स्थान पर तिरंगा फहराने को लेकर मुहिम चला रहे हैं। हिमाचल पुलिस सहित केंद्रीय जांच एजैंसियां भी पन्नू के इन फोन कॉल्स के बाद सुरक्षा को लेकर पूरी तरह से मुस्तैद हो गई हैं।

गत वर्ष वापिस कर दी थी पुलिस एस्कॉर्ट
शांता कुमार ने पूर्व मुख्यमंत्री के रूप में उन्हें सरकार द्वारा प्रदान की गई पुलिस एस्कॉर्ट को भी लगभग 1 वर्ष पूर्व वापस कर दिया था। शांता कुमार ने उस समय कहा था कि वह न तो अब सांसद रहे हैं और न ही वह सक्रिय राजनीति में है, ऐसे में उन्होंने अपने प्रवास कार्यक्रम भी कम कर दिए हैं। ऐसी सूरत में उन्हें पुलिस एस्कॉर्ट की आवश्यकता नहीं है। शांता कुमार को पुलिस एस्कॉर्ट के रूप में 4 सुरक्षाकर्मी तथा वाहन उपलब्ध करवाया गया था। शांता कुमार के इस आग्रह के पश्चात सरकार ने गत वर्ष अक्तूबर माह में सशर्त शांता कुमार से एस्कॉर्ट वापस ले ली थी।

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Kuldeep