वोल्वो बस से नशे का जखीरा बरामद, 2 गिरफ्तार

Tuesday, Jun 06, 2017 - 12:39 AM (IST)

धर्मशाला : रानीताल में जिला पुलिस ने सुबह निजी वोल्वो बसों में सफर कर रहे 2 व्यक्तियों से 701 कैप्सूल स्पेशमों प्रॉक्सीवोन, 16 टैबलेट नीटरोसन, 1.320 ब्राऊन शूगर और 1.820 ग्राम हैरोइन पकड़ी है। जानकारी के अनुसार रानीताल में पुलिस ने निजी बसों में तलाशी में यह नशे का जखीरा बरामद किया है। आरोपियों की पहचान संजीव कुमार वी.पी.ओ. दाड़ी के रूप में हुई है, जिससे पुलिस ने 701 कैप्सूल स्पेशमों प्रॉक्सीवोन व 16 टैबलेट नीटरोसन बरामद किया है। दूसरे पकड़े व्यक्ति आरोपी दीपक राणा से 1.320 ग्र्राम ब्राऊन शूगर और 1.820 ग्राम हैरोइन पकड़ी। पुलिस की पूछताछ में संजीव कुमार ने कबूला कि वह नशे के पदार्थ का आदी हो गया था और इसी के चलते उसके घरवालों ने नशा निवारण केंद्र में भी रखा था तथा उसके कुछ समय के बाद फिर से नशा करना शुरू कर दिया। स्थानीय बाजारों में अब नशीला सामान उपलब्ध न होने के चलते उसने दिल्ली से ये कैप्सूल खरीदे। दूसरे व्यक्ति दीपक ने बताया कि उसने हैरोइन और ब्राऊन शूगर, लोहा मंडी नजदीक द्वारिका पूर्व दिल्ली से खरीदा है।

ऐसे चलता था नशे का कारोबार
जिला पुलिस द्वारा नशे पर लगाम लगाने के बाद नशे के तस्करों को नशा पदार्थ उपलब्ध करवाना मुश्किल हो गया है, जिस कारण उन्होंने अब निजी वोल्वो बसों का सहारा लिया था। नशे की तस्करी दिल्ली के बाजारों से करनी पड़ रही है। दिल्ली के दवाई विक्रेताओं से ये नशे का सामान उन्हें आसानी से उपलब्ध हो जाता है। सूत्रों के अनुसार सोमवार को पकड़े गए आरोपी इस प्रकार काम करते थे कि वे पुलिस के हत्थे ही न चढ़े। यह नशे के तस्कर अलग-अलग वोल्वों बसों में सफर करते थे। अगली बस में जाने वाला तस्कर पिछले बस में बैठे तस्कर को हर सूचना मुहैया करवाता था कि आगे का रास्ता साफ है कि नहीं। सोमवार को भी इसी प्रकार की योजना के अनुसार ये दोनों आरोपी दिल्ली से धर्मशाला आ रहे थे कि पहले आने वाले आरोपी को पुलिस ने नशीले पदार्थों केसाथ पकड़ लिया और उसके फोन से आगे का रास्ता साफ बताया और उक्त दूसरे आरोपी को भी नशे के पदार्थों के साथ धर दबोचा। अब पुलिस ने निजी वोल्वो बसों के संचालकों को निर्देश जारी किए हैं कि ऐसी तस्करी करने वालों पर भी वे नजर रखें। 

रानीताल में जिला पुलिस ने निजी वोल्वो बस से 2 व्यक्तियों को नशे के जखीरे के साथ पकड़ा है।
संजीव गांधी, एस.पी. कांगड़ा