मैड़ी मेला में बिना कोविड रिपोर्ट के आए श्रद्धालु, मैहतपुर से वापस लौटाए

Saturday, Mar 20, 2021 - 11:26 PM (IST)

ऊना/अम्ब (मनोहर/अश्विनी): जिला ऊना में 21 मार्च से डेरा बाबा बड़भाग सिंह मैड़ी में शुरू होने वाले 10 दिवसीय होला मोहल्ला मेला में कोविड-19 रिपोर्ट के बिना आने वाले श्रद्धालुओं को प्रशासन ने शनिवार को मैहतपुर से वापस लौटाया है, वहीं मालवाहक वाहनों में भरकर आए श्रद्धालुओं को भी वापस भेजा गया है। एसडीएम डॉ. निधि पटेल की अध्यक्षता में यह अभियान चलाया जा रहा है। मैड़ी मेला के लिए आने वाले श्रद्धालुओं के लिए 72 घंटे के भीतर कोविड-19 नैगेटिव रिपोर्ट लाना अनिवार्य है। जो श्रद्धालु यह रिपोर्ट नहीं ला रहे हैं उन्हें प्रशासन सख्ती से वापस भेज रहा है।

बस में भरकर लाए जा रहे थे श्रद्धालु

जानकारी के मुताबिक शनिवार को एसडीएम निधि पटेल व पुलिस बल ने हिमाचल के प्रवेश द्वार मैहतपुर के समीप यह अभियान चलाया। इस दौरान मैड़ी मेला के लिए एक बस में भरकर श्रद्धालु ले जाए जा रहे थे। जब इस बस को रोका गया और कोविड-19 नैगेटिव की रिपोर्ट मांगी गई तो किसी के पास भी कोविड-19 नैगेटिव रिपोर्ट नहीं थी। मैड़ी मेला के लिए आने वाले श्रद्धालुओं का कहना था कि उन्हें इस बात की जानकारी नहीं थी। यदि उन्हें पता होता तो वह अवश्य कोविड-19 नैगेटिव रिपोर्ट लेकर आते। एसडीएम द्वारा समझाने पर यह श्रद्धालु फिर वापस लौट गए। मैड़ी मेला में मालवाहक वाहनों में आने वाले श्रद्धालुओं के खिलाफ भी प्रशासन ने कमर कस ली है। मैड़ी मेला के लिए मालवाहक वाहनों में आने वाले श्रद्धालुओं को भी वापस लौटाया गया है। मैहतपुर बैरियर के पास से करीब 5-6 मालवाहक वाहनों से भरे श्रद्धालुओं को वापस भेजा गया है।

चप्पे-चप्पे पर पुलिस बल तैनात

वहीं मेला से एक दिन पूर्व मेला क्षेत्र के विभिन्न सैक्टरों में प्रशासनिक व पुलिस सैक्टर अधिकारियों के अलावा पुलिस व होमगार्ड के जवान ड्यूटी पर तैनात हो गए हैं। हालांकि मेले से एक दिन पूर्व विभिन्न धार्मिक स्थलों में कम संख्या में श्रद्धालुओं का आवागमन देखने को मिला है लेकिन इसके बावजूद पुलिस पूरी तरह से चप्पे-चप्पे पर मुस्तैद हो गई है। गौर रहे कि देश के विभिन्न राज्यों में बढ़ रहे कोविड-19 मामलों को देखते हुए इस बार मैड़ी मेला कोविड-19 के तहत जारी मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) के साथ होगा, जिसके तहत मैड़ी मेले में आने वाले श्रद्धालु यहां पर रुकेंगे नहीं और शीश नवाने के बाद वापस लौटेंगे।

न तो कोई ठहरने का इंतजाम, न अस्थायी दुकानदारी

इस बार मेला में न तो कोई ठहरने के लिए टैंटों का इंतजाम किया गया है और न ही मेला क्षेत्र में अस्थायी दुकानदारी लगी है तथा न ही मेला क्षेत्र में लंगरों का आयोजन होगा। कोविड-19 संक्रमण से बचाव के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा समय-समय पर जारी दिशा-निर्देशों की कड़ाई से अनुपालना सुनिश्चित की गई है। मास्क के प्रयोग, हाथों की स्वच्छता और संपूर्ण मेला क्षेत्र में 2 गज की दूरी के मानकों को सख्ती से लागू किया जाएगा। जबकि मेले में बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए मेला क्षेत्र में पहुंचने से 72 पूर्व मान्यता प्राप्त लैबोरेट्री द्वारा जारी कोविड-19 नैगेटिव रिपोर्ट साथ लाना अनिवार्य किया गया है। उधर पंचायत समिति ने भी मेला क्षेत्र में श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए मेले में विभिन्न व्यवस्थाओं व प्रबंधों को चाक-चौबन्द कर दिया है।

इस बार नहीं दिखेगी पहले जैसी रौनक

उल्लेखनीय है कि पूर्व वर्षों में नजर फेरें तो मैड़ी में लगने वाले 10 दिवसीय होली मेला से पहले क्षेत्र में रौनक का माहौल बन जाता था। गत वर्ष भी मेला के आयोजन के बीच ही देश में कोरोना की दस्तक आ चुकी थी लेकिन इस बीच फिर भी मैड़ी मेला पूरा चला था और लाखों श्रद्धालुओं ने एक साथ मैड़ी में होली की खुशियां मनाई थीं लेकिन इस बार मेले से पहले ही दोबारा से फिर विभिन्न राज्यों में कोरोना महामारी का खतरा पूरी तरह से मंडरा चुका है जिसके चलते इस बार मैड़ी मेला क्षेत्र में अब पूर्व जैसे नजारे एवं भीड़ देखने को नहीं मिलेगी। उल्लेखनीय है कि 21 से 31 मार्च तक चलने वाले इस मेले के दौरान झंडे की रस्म 28 मार्च को प्रात: 8 बजे और प्रसाद 30 व 31 मार्च की मध्यरात्रि 2 बजे वितरित किया जाएगा।

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Vijay