दशहरा मेले ने कर दी ढालपुर मैदान की दुर्दशा, गंदगी के आलम में खेल रहे खिलाड़ी

punjabkesari.in Friday, Nov 15, 2019 - 02:01 PM (IST)

कुल्लू (दिलीप) : खेल मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर के गृह जिला मुख्यालय ढालपुर क्रिकेट मैदान की खस्ताहाल स्थिति के कारण खिलाड़ियों को आए दिन परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। जिसके चलते कुल्लू जिला मुख्यालय में करोड़ों रुपए की आय कमाने वाला मैदान में सिर्फ हजारों रुपए खर्च कर लीपापोती की जा रही है। ढालपुर के क्रिकेट मैदान में दशहरा उत्सव खत्म होने के बाद मैदान की खस्ताहाल स्थिति बनी हुई है जिससे मैदान में चारो तरफ गड्डे पड़े हुए है और  कुल्लू जिला प्रशासन व नगर परिषद कुल्लू मैदान के रखरखाव के लिए सिर्फ खानापूर्ति कर रही है। जिसके चलते मैदान में अस्थाई टैंट बनाने के बाद गड्ढे को भरने के लिए नगर परिषद पत्थर ईट शीशे की खाली बोतलें व कूड़ा कचरा दबाकर इन गड्ढों को भरा जा रहा है जिससे इस खेल मैदान मैं खेलने वाले खिलाड़ियों को चोट लगेगी और इस मैदान का रखरखाव ठीक प्रकार से नहीं हो रहा है। जिसके चलते आने वाले दिनों में बारिश के बाद फिर से गड्ढे में पानी भरेगा और खिलाड़ियों को खेलने के लिए बेहतर सुविधा नहीं मिल पाएगी। 
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इस मैदान में खेलने वाले खिलाड़ियों को पत्थरों , ईंट, शीशे की खाली बोतलों के कांच से चोटे लगेगी। लेकिन खेल मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर के गृह जिला में खिलाड़ियों को खेलने के लिए मैदान में मूलभूत सुविधाएं नहीं मिल पा रही है और दूसरी तरफ खस्ताहाल मैदान में जहां जिला प्रशासन व नगर परिषद के द्वारा गड्ढों का भरने के लिए  सिर्फ खानापूर्ति कर रहे है। उससे यह लग रहा है कि कहीं ना कहीं जिला प्रशासन व नगर परिषद देश प्रदेश भविष्य के साथ सिर्फ खिलवाड़ किया जा रहा है वहीं खिलाड़ियों को खेलने के लिए खस्ताहाल मैदान में मजबूर होना पड़ रहा है किससे पिछले दो माह से ढालपुर के क्रिकेट मैदान में खिलाड़ियों को दशहरा उत्सव के कारण खेलने व प्रक्टिस करने का मौका नहीं मिल पाया। जिससे अब सिर्फ मैदान के रखरखाव के नाम पर खानापूर्ति की जा रही है ऐसे में खिलाड़ियों का खेल प्रेमियों ने जिला प्रशासन की नगर परिषद की मैदान के रखरखाव को लेकर कार्यप्रणाली को लेकर सवाल खड़े किए हैं जिला फुटबॉल संघ के महासचिव पवन ठाकुर ने बताया कि ढालपुर के सभी मैदानों का रखरखाव के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति होती है और दशहरा उत्सव में जहां करीब 7 करोड रुपए की आय इन मैदानों से होती है लेकिन इनके रखरखाव के लिए मात्र हजारों रुपए खर्च कर सिर्फ लीपापोती की जाती है और कामधेनू गाय की तरह करोड़ों रूपये इन मैदानों से प्रशासन,नगर परिषद व खेल विभाग को दशहरा उत्सव से मिलते है। 
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उन्होंने कहा कि एक तरफ युवा सेवा एवं खेल विभाग का कार्यालय भी मैदान के साथ है और दूसरी तरफ जहां मैदान में रखरखाव के नाम पर गड्ढों को पत्थर व शिष्य की खाली बोतलों सहित कूड़ा कचरा से भरा जा रहा है और उसको ठीक तरह से रोलर के द्वारा दबाकर समतल नहीं किया जा रहा है। जिससे रखरखाव में पत्थर इंट कूड़ा वाची से की खाली बोतलों से खिलाड़ियों को छोटे लगेगी और इस मैदान में खिलाड़ियों को खेलने के लिए ठीक प्रकार से सुविधाएं नहीं मिलेगी।उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन व नगर परिषद के द्वारा मैदान के रखरखाव के नाम पर हजारों रुपए खर्च कर लाखों रुपए का बिल बना कर  को फायदा पूजा जाता है।लेकिन धरातल पर जो मैदान मैदान कामधेनु गाय की तरह फायदा देता है। 
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 उन्होंने कहा कि जिस तरह से इन सभी मैदानों से प्रशासन को करोड़ों रुपए की आमदनी होती है और इन मैदानों के रखरखाव पर कोई खास ध्यान नहीं दिया जाता।उन्होंने कहा कि कुल्लू जिला के लिए यह विडंबना रही है कि कुल्लू में इन सभी मैदानों से करोड़ों रुपए की आय मिलती है लेकिन इसके रखरखाव के लिए कोई खास बजट नहीं खर्च किया जाता। उन्होंने कहा कि एक तरफ जहां प्रदेश सरकार नशा मुक्त हिमाचल बनाने का प्रयास कर रही है और दूसरी तरफ युवाओं को खेल से जोड़ने के लिए उचित सुविधा नहीं मिल पा रही है जिससे कुल्लू जिला में खिलाड़ियों को खेलने के लिए अच्छे मैदान नहीं है और खिलाड़ी इन खुर्द अरे मैदानों में खेलकर चोटिल होते हैं जिसके बाद खिलाड़ियों का कैरियर भी बर्बाद होता है। 
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उन्होंने कहा कि मैदान में पत्थर कंकड़ शीशे इन की कोई चिंता ही नहीं की जा रही है और उन्हें दबा कर मैदान के रखरखाव के नाम पर प्रशासन सिर्फ खानापूर्ति कर रहा है। उन्होंने कहा कि जिस तरह से युवा सेवा एवं खेल विभाग का कार्यालय भी मैदान के साथ है ऐसे में अधिकारियों भी अपनी जिम्मेदारी नहीं समझ रहे हैं। उनके सामने जिस तरह से खेल मैदान में पत्थर इट कंकर व शिष्य दबाकर मैदान का रखरखाव किया जा रहा है जहां पर खिलाड़ियों को खेलने के लिए परेशानी दिक्कतें होगी।जिससे खिलाड़ी चोटिल भी होंगे उन्होंने खेल मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर से आग्रह किया कि खिलाड़ियों को खेलने के लिए मैदान में अच्छी सुविधा मिले इसके लिए जिला प्रशासन के अधिकारियों को सख्त निर्देश दिया जाए। जहां खेल मैदान में पत्थर इंट कंकर शीशे दबाए जा रहे हैं उनको ठीक से छांट कर मैदान को मिट्टी डालकर पूरी तरह समतल किया जाए जहां पर खिलाड़ियों को हर खेल में खेलने के लिए मैदान की उचित सुविधा मिल सके।
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एडीएम कुल्लू अक्षय सूद ने बताया कि दशहरा उत्सव के बाद क्रिकेट मैदान को व्यवसायिक गतिविधियों के लिए लगाई गए डोम व अस्थाई मार्केट के कारण काफी क्षति पहुंची है  और नगर परिषद के अधिकारियों को रखरखाब के लिए बैठक कर उचित निर्देश दिए गए है।उन्होंने कहाकि नगर परिषद मैदान के रखरखाब के लिए एक्सपर्ट की राय ले प्रशासन के पास मैदान के रखरखाब के लिए बजट है और जिससे क्रिकेट मैदान का रखरखाब ठीक से हो जिससे खिलाड़ियों को खेलने के लिए कोई समस्या ना आए।उन्होंने कहाकि क्रिकेट मैदान का रखरखाब ठीक प्रकार से हो इसके लिए नगर परिषद ठीक से मैंटीनस का कार्य करें।


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Edited By

Simpy Khanna

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