देवभूमि में बारिश का तांडव: 4 लोगों की मौत, 383 कच्चे-पक्के मकान व दुकानें क्षतिग्रस्त

Tuesday, Sep 25, 2018 - 09:42 AM (IST)

शिमला (देवेंद्र हेटा): प्रदेश से रुखसत होने से पहले बरसात पहाड़ों को कभी न भूलने वाले जख्म दे गई। 55 घंटे से भी अधिक समय से हो रही बारिश के कारण सोमवार को कुल्लू जिला में 3 लोगों तथा जिला चम्बा में एक बच्चे की पानी में बह जाने से मौत हो गई है। कुल्लू में दो लोग स्कूटी के साथ नदी में बह गए जबकि एक व्यक्ति लकड़ी इकट्ठा करते वक्त नदी में बह गया। चम्बा में एक मां जब नाले को पार कर रही थी तो उसका 7 माह का बच्चा नदी में बह गया। प्रदेशभर में बारिश के कारण 82 कच्चे मकान फुली डैमेज, 85 कच्चे मकान आंशिक रूप से, 148 पक्के मकान फुली डैमेज, 57 पक्के मकान आंशिक रूप से, 181 कऊशैड तथा 9 दुकानें पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हुई हैं। चम्बा, रोहड़ू तथा सिरमौर में 55 भेड़-बकरियों की भूस्खलन की चपेट में आने से मौत हुई है।

प्रदेश के नदी-नाले 3 दिन से हो रही मूसलाधार बारिश के कारण रौद्र रूप ले रहे हैं। मौसम विभाग के मुताबिक इन 2 दिनों में औसत 10 मिलीमीटर बारिश होती है लेकिन बीते दो दिनों से प्रदेश में औसत बारिश 99 मिलीमीटर यानी 10 गुणा ज्यादा बारिश दर्ज की गई है। यही वजह है किनदी-नाले तबाही मचा रहे हैं। बरसात के कारण अब तक 1279 करोड़ रुपए की संपत्ति तबाह हो गई है। पी.डब्ल्यू.डी. का सबसे ज्यादा 789.15 करोड़ रुपए की संपत्ति बर्बाद हुई है। इसी तरह अन्य विभागों को भारी नुक्सान हुआ है। आई.पी.एच. की 250 करोड़ से ज्यादा संपत्ति बर्बाद हुई है। ताजा रिपोर्ट आने के बाद नुक्सान का आंकड़ा कई गुणा बढ़ जाएगा।


प्रदेशभर में 378 सड़कों पर थमी वाहनों की रफ्तार
प्रदेशभर में हो रही भयंकर बारिश के बाद 378 सड़कें भू-स्खलन के कारण अवरुद्ध हो गई हैं। इससे लोगों की आवाजाही बुरी तरह प्रभावित हुई है। प्रदेशभर में जनजीवन बुरी तरह से प्रभावित हुआ है। सड़कें अवरुद्ध होने से 306 बस रूट प्रभावित हुए हैं। चम्बा का पांगी, भरमौर, तीसा, लाहौल-स्पीति समेत डोडराक्वार का समूचे विश्व से संपर्क कट गया है। शिमला जोन में सबसे ज्यादा 213 सड़कें अवरुद्ध हुई हैं। शिमला जोन के सोलन सर्कल में 34 सड़कें, शिमला सर्कल में 8, रामपुर सर्कल में 51, नाहन में 38 तथा रोहड़ू सर्कल में 82 सड़कें बंद हो गई हैं। मंडी जोन में 49 सड़कें बारिश के कारण बंद हुई हैं। मंडी सर्कल में 22 तथा 27 सड़कें कुल्लू सर्कल में अवरुद्ध पड़ी हैं। हमीरपुर जोन के हमीरपुर सर्कल में 10 सड़कें, बिलासपुर सर्कल में 16 तथा ऊना सर्कल में 3 सड़कें वाहनों की आवाजाही के लिए बंद हैं। कांगड़ा जोन में कुल 86 सड़कें बंद पड़ी हैं। पालमपुर सर्कल में 29, डल्हौजी सर्कल में 40 तथा नूरपुर सर्कल में 17 सड़कें भू-स्खलन की वजह से बंद हैं।

2 पावर प्रोजैक्ट भी बंद
ब्यास नदी पर बने 66 मैगावाट के बस्सी और 126 मैगावाट के लारजी प्रोजैक्ट में बीते 22 सितम्बर से ही विद्युत उत्पादन ठप्प पड़ा है। नदी में सिल्ट की वजह से विद्युत उत्पादन रोक दिया गया है। अन्य  प्रोजैक्टों में भी उत्पादन पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं।

Ekta