देवभूमि की इस बेटी ने 18 हजार फीट ऊंची चोटी पर फहराया तिंरगा, अगला लक्ष्य एवरेस्ट

Saturday, Aug 05, 2017 - 05:40 PM (IST)

मंडी: कहते हैं इरादे अगर बुलंद हों तो उमंगें फौलाद बनकर खड़ी हो जाती हैं। कुछ इसी तरह के इरादे वाली बेटी कमलेश वर्मा (परी) ने 18 हजार फीट ऊंची चोटी मूलिंग (लाहौल) पर तिरंगा फहरा कर हिमाचल का नाम रोशन किया है। मंडी जिला की कमलेश वर्मा तिरंगा फहराने के बाद वापस मूलिंग गांव पहुंची। उनका लोगों ने भव्य स्वागत किया। पर्यावरण संरक्षण में जुटीं संस्थाओं ने इस साहसिक कार्य की सराहना की है। कमलेश ने कहा कि अब उसका अगला सपना माउंट एवरेस्ट फतह करना है। अगर कोई उसे सहयोग देता है तो वह जल्द ही माउंट एवरेस्ट पर हिमाचल का नाम और ऊंचा करना चाहती हैं।


तीन सदस्यीय दल में दो बेटियां भी शामिल
ग्रीन हिमालय क्लीन हिमालय और बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान के संदेश को पश्चिमी हिमालय में फैलाने के लिए तीन सदस्यीय दल रवाना हुआ था। यह दल पर्यावरण और बेटी बचाओ का संदेश लेकर लाहौल-स्पीति की संस्थाओं से भी मिला है। यह दल 25 जुलाई को कुल्लू से रवाना हुआ था। तीन सदस्यीय दल में दो बेटियां भी शामिल हैं। अंतरराष्ट्रीय पर्यावरणविद किशन लाल की अगुवाई में पश्चिमी हिमालय के जनजातीय जिला लाहौल-स्पीति के लिए रवाना हुआ था।


गांव वाले रोक रहे थे बार-बार
इस दल में पर्यावरणविद कल्पना ठाकुर के साथ मंडी की बेटी कमलेश (परी) भी शामिल है। कमलेश ने बताया कि जब वह अपने दल के साथ मुलिंग गांव से चली तो गांव वाले उन्हें बार-बार जाने से रोक रहे थे। दरअसल गांव वालों को जंगली जानवरों का डर सता रहा था। जब मूलिंग में अपने हाथों से तिंरगा फहराया तो उसकी आंखें भर आईं। इस चोटी से कमलेश और कल्पना का एक ही बुलंद नारा था-बेटियां कुछ भी कर सकती हैं। उधर, कमलेश के पिता रूप लाल वर्मा और माता रेवती वर्मा ने कहा कि उन्हें अपनी बेटी पर नाज है।