सावधान! अगर आप भी देसी घी खाने के शौकीन हैं तो पहले पढ़ें यह खबर (Video)

Sunday, Dec 30, 2018 - 01:47 PM (IST)

नाहन (सतीश): अगर आप भी देसी घी खाने के शौकीन हैं तो जरा संभल जाइए। आप पहले इसकी अच्छे से गुणवत्ता जांच लें। तभी इसका इस्तेमाल करें, क्योंकि देसी घी की एक ब्रांडेड कंपनी के घी में कोलतार रंग पाया गया है, जोकि स्वास्थ्य के लिए खतरनाक है। दरअसल इन दिनों सिरमौर के ददाहू में एक ब्रांडेड कंपनी के देसी घी में स्वास्थ्य के लिए खतरनाक कोलतार रंग पाया गया है। यह केमिकल घी को पीला करने के लिए मिलाया गया। इसका खुलासा विभाग द्वारा लिए गए सैंपल की जांच रिपोर्ट में हुआ है। लिहाजा खाद्य सुरक्षा विभाग ने जांच रिपोर्ट आने के बाद महाराष्ट्र की कंपनी के उत्पाद की बिक्री पर रोक लगाकर बाजार से स्टाक वापस मंगवा लिया है। वहीं विभाग की मानें तो कंपनी व विक्रेता दोनों के खिलाफ लगभग जांच पूरी हो चुकी है और मामला अदालत में दायर करने तैयारी पूरी कर ली गई है।


कंपनी के देसी घी में वेजिटेबल ऑयल के भी अंश पाए गए हैं। घी गोपाल कृष्ण ब्रांड के नाम से बेचा जा रहा था। खाद्य सुरक्षा विभाग ने कुछ माह पहले ददाहू से एक ब्रांडेड कंपनी के देसी घी के सैंपल भरे गए थे। प्रयोगशाला जांच में खुलासा हुआ कि इस घी में कोलतार नामक खतरनाक रंग का मिश्रण है। इस रंग का लगातार सेवन स्वास्थ्य के लिए खतरनाक साबित हो सकता है। खाद्य सुरक्षा विभाग ने इस तरह के रंग के इस्तेमाल पर पहले ही प्रतिबंध लगाया है। यह रंग बेहद खतरनाक है। इसका लगातार सेवन कैंसर के अलावा किडनी से संबंधित बीमारियों का कारण हो सकता है।


इसके अतिरिक्त मनुष्य की रोग प्रतिरोधक क्षमता को भी कम कर सकता है। कुछ समय पहले जिला में कुकिंग मीडियम ऑयल के सैंपल भी फेल हुए थे। इसमें भी कोलतार नामक खतरनाक रंग पाया गया था। इसके अलावा इस साल डेयरी के घी, रिफाइंड, मलका दाल का भी सैंपल फेल हुआ है, जिस पर एडीसी की अदालत में इन पर क्रमशः 20, 60 और 20 हजार रुपए का जुर्माना हुआ है। असुरक्षित घोषित देसी घी और कुकिंग मीडियम ऑयल की निर्माता कंपनी व विक्रेताओं पर अदालत में केस चलेगा।

Ekta