परवाणु में नहीं थम रहा डेंगू का प्रकोप, 38 नए मामले अाए सामने

Sunday, Aug 19, 2018 - 12:46 PM (IST)

परवाणु : औद्योगिक शहर परवाणु में डेंगू का प्रकोप थमने का नाम नहीं ले रहा है। ई.एस.आई. अस्पताल में रोजाना डेंगू के नए मामले सामने आ रहे हैं। आलम यह हो गया है कि अस्पताल में अभी तक करीब 457 लोग डेंगू का शिकार होकर पहुंचे हैं, जिसमें से करीब 200 कालका शहर और 257 मामले परवाणु व आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों के हैं। ई.एस.आई. अस्पताल में पिछले 2-3 दिनों में डेंगू के करीब 131 टैस्ट किए गए थे, जिसमें से करीब 38 मामले पॉजीटिव पाए गए हैं।

इसमें से भी 13 मामले कालका शहर के और 25 मामले परवाणु व आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों के शामिल हैं।गौरतलब है कि परवाणु शहर में मौजूदा समय में डेंगू का प्रकोप बढ़ता जा रहा है। यहां पर रोजाना डेंगू के करीब 15 से 20 मामले आ रहे हैं। हालांकि प्रशासन ने डेंगू से निपटने के लिए टीमों का गठन किया हुआ है। टीमों ने भी डेंगू से निपटने के लिए शहर व साथ लगते ग्रामीण क्षेत्रों में घर-घर जाकर लोगों को जागरूक करने के साथ डेंगू के मच्छर पनपने वाले सोर्स को भी नष्ट किया है, लेकिन इसके बावजूद डेंगू का प्रकोप थमने का नाम नहीं ले रहा है।

टकसाल में स्थिति खराब 
परवाणु अस्पताल में अभी तक अधिकतर मामले परवाणु के साथ लगते ग्रामीण क्षेत्र टकसाल के आए हैं। यहां से अभी तक करीब 110 से अधिक डेंगू के मामले सामने आ चुके हैं। इससे निपटने के लिए यहां पर गठित की गई टीमों ने कई बार लोगों को जागरूक करने के साथ डेंगू के मच्छरों के सोर्स को नष्ट करने के लिए अभियान भी चलाया था।

फोगिंग का भी नहीं असर 
परवाणु व साथ लगते ग्रामीण क्षेत्रों में डेंगू से निपटने के लिए फोङ्क्षगग व स्पे्र भी किया जा रहा था, जिसका भी कोई फायदा नहीं हुआ है।

टकसाल में सफाई की रिपोर्ट सरकार को भेजी
परवाणु के साथ लगते ग्रामीण क्षेत्र से सामने आ रहे सबसे अधिक मामलों ने स्वास्थ्य विभाग के माथे पर ङ्क्षचता की लकीरें खींच दी हैं। यहां पर डेंगू इतना बेकाबू हो गया है कि गठित की गई टीमों को भी इससे निपटना टेड़ी खीर साबित हो रहा है। टकसाल में डेंगू फैलने का सबसे बड़ा कारण यहां की सफाई व्यवस्था मानी जा रही है और इस बारे में एक रिपोर्ट बना कर सरकार को भी भेजी गई है।

जुर्माने का भी नहीं डर 
परवाणु शहर में डेंगू से निपटने में सहयोग न करने और सफाई व्यवस्था न करने वालों पर जुर्माना लगाने का भी प्रावधान किया गया है तथा इसके तहत कई लोगों के चालान भी काटे गए हैं, लेकिन यहां पर दिनोंदिन बढ़ रहे डेंगू के मामलों को देख कर लग रहा है कि जुर्माने का भी किसी को डर नहीं है। 

kirti