जयसिंहपुर की 3 पंचायतों में फैला डेंगू, 2 दर्जन से अधिक लोग चपेट में

Saturday, Oct 06, 2018 - 10:10 PM (IST)

पालमपुर: जयसिंहपुर की 3 पंचायतों के कुछ गांवों में पिछले एक माह से डेंगू नामक जानलेवा बीमारी फैली हुई है जबकि स्वास्थ्य विभाग अभी तक पर्दा डाल रहा है। बताते चलें कि जयसिंहपुर की साथ लगती पंचायतों हड़ोट, कोसरी व आशापुरी में 2 दर्जन से अधिक लोग इस बीमारी से पीड़ित बताए जा रहे हैं, जिनमें से एक रोगी महिला अभी भी टांडा मैडीकल कालेज में उपचाराधीन है। महिला के परिजनों द्वारा उसके  ब्लड सैल खत्म होने के चलते उसे रक्त चढ़ाया जा रहा है।

सबसे अधिक मामले उमर गांव में
डेंगू के सबसे अधिक मामले उमर गांव में हैं जहां पर शनिवार को भी दर्जन भर लोग बुखार की चपेट में हैं। बावजूद इसके हैरानी इस बात की है कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा अभी तक भी डेंगू होने की पुष्टि नहीं की जा रही है और न ही इस भयंकर बीमारी की रोकथाम के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए हैं। जहां तक बीमारी से पीड़ित लोगों की बात है तो लोग भी सरकारी अस्पतालों में जाने की बजाय निजी अस्पतालों या छोटे क्लीनिकों में जा रहे हैं। पीड़ित परिवारों का कहना है कि उन्हें सरकारी अस्पतालों में न तो दवाइयां उपलब्ध हो पाती हैं और न ही ठीक इलाज हो पाता है, जिसके चलते निजी प्रैक्टीशनरों के पास जाना पड़ रहा है।

डस्टबिन में खड़ा पानी बना कारण
उधर, स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत लगाए गए डस्टबिन में खड़ा पानी जयसिंहपुर क्षेत्र के कुछ क्षेत्रों में डेंगू का कारण बना है। यही नहीं, घर के आंगन में लगी ओखली में खड़े पानी ने भी इस रोग को फैलाने में सहायता की है। स्वास्थ्य विभाग तथा आई.सी.एम.आर. की टीम द्वारा किए गए सर्वेक्षण में यह तथ्य सामने आया है। बताया जा रहा है कि डस्टबिन के नीचे छेद न हो पाने के कारण बारिश का पानी इन डस्टबिन तथा घर के आंगन में लगी ओखलियों में खड़ा हो गया इस खड़े पानी में ही डेंगू फैलाने वाले एडिस मच्छर का लारवा तैयार होने लगा जो क्षेत्र में डेंगू का कारण बना है।

8 मामलों की हुई पुष्टि
स्वास्थ्य विभाग द्वारा किए गए परीक्षण में 8 मामले ऐसे सामने आए हैं जिन्हें डेंगू से पीडि़़त पाया गया है यद्यपि स्वास्थ्य विभाग का दावा है कि इन्हें माइल्ड डेंगू है। उधर क्षेत्र में डेंगू फैलने के पश्चात स्वास्थ्य विभाग ने शनिवार को तीसरी बार फॉङ्क्षगग की वहीं संबंधित पंचायतों को स्वास्थ्य विभाग ने निर्देश दिए हैं कि डस्टबिन में तत्काल छेद करें ताकि पानी की निकासी हो सके, वहीं लोगों को ओखली में मिट्टी भरने को कहा गया है ताकि इन में पानी एकत्रित न हो सके। जानकारी अनुसार जयसिंहपुर क्षेत्र के हरोट, कर्णघट तथा महाराजा नगर क्षेत्र में डेंगू का प्रकोप अधिक पाया गया है। सितम्बर के दूसरे पखवाड़े में भी इस तरह के मामले सामने आने की बात हुई थी परंतु उस समय डाक्टर राजेंद्र प्रसाद आयुॢवज्ञान चिकित्सालय में महाविद्यालय में इन सभी रोगियों की टैस्ट रिपोर्ट नैगेटिव पाई गई थी।

एडिस मच्छर से फैलता है डेंगू
एडिस मच्छर के कारण डेंगू फैलता है। इन क्षेत्रों में एडिस मच्छर बहुतायत में पाया गया है। बताया जा रहा है कि इन मच्छरों द्वारा पानी में लारवा छोडऩे के पश्चात 7 दिन की अवधि में नए मच्छर तैयार हो जाते हैं, ऐसे में यदि पानी को इस अवधि से पहले सैट किया जाए या इस पानी के ऊपर डीजल या पैट्रोल डाल दिया जाए तो लारवा मर जाता है।

स्वास्थ्य विभाग ने भेजी टीम
मुख्य चिकित्सा अधिकारी कांगड़ा जनपदडा. आर.एस. राणा ने बताया कि जयसिंहपुर क्षेत्र में एक ही क्षेत्र से बड़ी संख्या में बुखार के मामले सामने आने के बाद टीम भेजी गई है, इन दिनों आई.सी.एम.आर. की टीम भी दिल्ली से जनपद के प्रवास पर है, ऐसे में इस टीम को भी उक्त क्षेत्र में भेजा गया। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने तीसरी बार क्षेत्र में फॉङ्क्षगग की है ताकि एडिस मच्छर मर जाए।

क्या कहते हैं स्वास्थ्य मंत्री
स्वास्थ्य मंत्री विपिन सिंह परमार ने कहा कि विभाग स्थिति पर नजर रखे हुए है तथा जो भी पग उठाए जाने हैं उठाए जा रहे हैं। जागरूकता इस रोग को रोकने का प्रमुख माध्यम है, ऐसे में लोग पानी को खड़ा न होने दें, वहीं स्वास्थ्य विभाग की टीमें निरंतर क्षेत्र में तैनात कर कर दी गई हैं ताकि जागरूकता के साथ-साथ जो भी आवश्यक पग उठाए जाने हैं उन्हें उठाया जा सके।

Vijay