बेकाबू डेंगू को काबू करने शिमला से पहुंची डेंगू एक्सपर्ट टीम

Wednesday, Jul 04, 2018 - 10:19 PM (IST)

बिलासपुर (प्रकाश): बिलासपुर नगर में फैले डेंगू के प्रकोप ने स्वास्थ्य विभाग के होश उड़ा दिए हैं। बुधवार को फिर डियारा सैक्टर में 3 नए मामले डेंगू पीड़ितोंं के अस्पताल में रिपोर्ट किए गए, जिसके बाद अब डियारा सैक्टर में डेंगू के शिकार हुए लोगों की संख्या 59 व पूरे जिला में 82 हो गई है। जिला में काबू में नहीं आ रहे डेंगू पर काबू पाने तथा उसके फैलने के कारणों को जानने शिमला से राज्य कार्यक्रम अधिकारी डा. वालिया के नेतृत्व में डा. नेगी, डा. भारद्वाज व डा. देवेंद्र की 4 सदस्यीय टीम बुधवार देर शाम बिलासपुर पहुंची। इस टीम ने शाम को ही डियारा सैक्टर के विभिन्न गली-मोहल्लों का दौरा कर निरीक्षण किया व डेंगू के फैलने के कारणों पर विस्तृत रिपोर्ट तैयार की। इस निरीक्षण के दौरान टीम को लोगों के घरों के कूलरों में मिले मच्छरों के लार्वा को भी इस टीम ने जांच सैंपलों के तौर पर अपने पास संरक्षित कर लिया है।


5 जुलाई को डी.सी. बिलासपुर से होगी बैठक
5 जुलाई को यह टीम इसी मुद्दे पर डी.सी. बिलासपुर से भी बैठक करेगी। जांच के दौरान इस टीम ने यह पाया कि बिलासपुर नगर में डेंगू का विषाणु बेंगलुरु से आया है। बेंगलुरु में रह रही डियारा सैक्टर वार्ड नंबर-8 की एक युवती बेंंगलुरु में डेंगू का शिकार होने के बाद वापस बिलासपुर आई, जिसके बाद इस युवती के घर के दूसरे सदस्य को डेंगू हो गया व धीरे-धीरे यह डेंगू पूरे डियारा सैक्टर में फैल गया।


रोकथाम के लिए रही उपायों की कमी
अपने इस निरीक्षण के दौरान इस एक्सपर्ट टीम ने पाया कि डेंगू की रोकथाम के लिए सही उपायों को करने में भी कमी रह गई है। टीम इंचार्ज डा. वालिया ने बताया कि नगर परिषद, जिला प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग द्वारा फॉगिंग की प्रक्रिया मात्र सड़कों व नालियों में ही की जा रही है जबकि फॉगिंग की यह प्रक्रिया डियारा सैक्टर के घरों के अंदर भी करनी पड़ेगी। इस दौरान घर का कोई सदस्य घर के अंदर न रहे। डा. वालिया के अनुसार फॉगिंग व दवा छिड़काव का यह कार्य लगातार 6 माह तक प्रभावित क्षेत्र में करना पड़ेगा। उन्होंने चेताया कि यदि डेंगू पीड़ितों को दूसरी बार डेंगू हुआ तो यह उनकी जान भी ले सकता है।

Vijay