जंजैहली विवाद : सरकार की तरफ से कोई जवाब न आने पर फिर उतरे लोग सड़कों पर

Saturday, Feb 24, 2018 - 05:17 PM (IST)

मंडी( नीरज): जंजैहली में जारी विरोध प्रदर्शन थमने का नाम नहीं ले रहा है। पिछले कुछ दिनों से क्रमिक अनशन पर बैठे लोग धरना प्रदर्शन नहीं कर रहे थे। लेकिन शनिवार को लोग विरोध स्वरूप फिर से सड़कों पर उतरे और सरकार के खिलाफ हल्ला बोला। न्याय रैली के नाम से आयोजित विरोध प्रदर्शन में लोगों ने हाथों में काले झंडे लहराकर सरकार के खिलाफ जमकर गुबार निकाला और नारेबाजी की। वहीं दूसरी तरफ प्रदर्शनकारियों का क्रमिक अन्नशन अभी भी जारी है। क्रमिक अन्नशन को 6 दिन बीत गए हैं।

सरकार की तरफ से कोई जबाव नहीं  
जबकि विरोध प्रदर्शन को जारी हुए 20 दिनों का समय बीत गया है। दो दिन पहले सीएम के ओएसडी शिशु भाई धर्मा जंजैहली में प्रदर्शनकारियों से मिले थे और इस दौरान यह लोगों ने यह सुझाव दिया था की हाईकोर्ट के आगामी आदेशों तक एसडीएम को 15 दिन जंजैहली और 15 दिन थुनाग में बैठाया जाए, लेकिन कार्यालय का नाम एसडीएम जंजैहली ही होना चाहिए। दो दिन बाद भी इस पर सरकार की तरफ से कोई जबाव न आने के कारण आज सैंकड़ों लोग फिर से सड़कों पर उतर आए। सराज संघर्ष समिति के अध्यक्ष नरेंद्र रेड्डी और सराज ब्लाक कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष जगदीश रेड्डी ने बताया कि यदि दो दिनों में सरकार की तरफ से कोई जबाव नहीं आता है तो फिर दोबारा से बड़ा विरोध प्रदर्शन किया जाएगा और इसमें प्रदेश के किसी बड़े कम्युनिस्ट नेता को भी बुलाया जाएगा।

क्या है सराज संघर्ष समिति का कहना
वहीं इसके बाद इन्होंने विधानसभा का घेराव करने की चेतावनी भी दे दी है। एसडीएम जंजैहली की अधिसूचना हाईकोर्ट द्वारा रद्द किए जाने के बाद सरकार ने थुनाग में नए एसडीएम कार्यालय को खोल दिया है लेकिन सराज संघर्ष समिति इस मामले को दोबारा कोर्ट में लेकर चली गई है और अभी यह मामला फिर से कोर्ट में विचाराधीन हो गया है। सराज संघर्ष समिति का कहना है कि जबतक कोर्ट का फैसला नहीं आता तब तक एसडीएम का कार्यालय 15 दिन जंजैहली और 15 दिन थुनाग में चलाया जाए लेकिन इसका नाम एसडीएम जंजैहली ही रखा जाए। इस पर सरकार की तरफ से अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।