केंद्र के कृषि कानूनों के खिलाफ हिमाचल में जगह-जगह धरना-प्रदर्शन

punjabkesari.in Monday, Dec 14, 2020 - 07:30 PM (IST)

शिमला (ब्यूरो) : केंद्र के तीन कृषि बिलों के विरोध में आंदोलन उग्र होता जा रहा है। हिमाचल के 11 जिला मुख्यालयों सहित ब्लॉक व तहसील स्तर पर भी सोमवार को किसानों ने धरना-प्रदर्शन व रैलियां निकालकर रोष जाहिर किया। रामपुर के बिथल में अंबानी के दफ्तर के बाहर किसानों ने धरना दिया। किसान सभा, सीटू, डीवाईएफआई, महिला जनवादी समिति, दलित शोषण मुक्ति मोर्चा, किसानों के समर्थन में उतरे कई दूसरे संगठनों ने संयुक्त रूप से धरना देकर कृषि कानूनों को जल्द वापस लेने की मांग की। अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति के आह्वान पर शिमला, रामपुर रोहड़ू, ठियोग, निरमंड, करसोग, सोलन, परवाणु, दाड़लाघाटा, नाहन, पांवटा साहिब, मंडी, सरकाघाट, जोगिंद्रनगर, जंजैहली, कुल्लू, आनी, सैंज, चम्बा, चुवाड़ी, धर्मशाला, पालमपुर, हमीरपुर व ऊना में धरना-प्रदर्शन किया गया। 

PunjabKesari

जनता अंबानी व अडानी के उत्पादों का करे पूर्ण बहिष्कार : डॉ. तंवर

हिमाचल किसान सभा के प्रदेशाध्यक्ष डॉ. कुलदीप तंवर ने जनता से अंबानी व अडानी के उत्पादों का पूर्ण बहिष्कार करने की अपील की। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार पूंजीपतियों व नैगमिक घरानों के लिए काम करते हुए उन्हें और अमीर करना चाहती है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार के इन कानूनों से किसानों की फसलों को कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग के जरिए विदेशी और देसी कंपनियों व पूंजीपतियों के हवाले करने की साजिश रची जा रही है। इन कानूनों से फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य की अवधारणा समाप्त हो जाएगी।  

केरल की तर्ज पर फल, फूल व सब्जियों को एमएसपी देने की मांग

किसानों ने केरल की तर्ज पर हिमाचल में भी सेब, दूसरे फल, फूल और सब्जियों के लिए भी एमएसपी देने की मांग की क्योंकि प्रदेश में उगाई जाने वाली ज्यादातर नकदी फसलों का एमएसपी तय नहीं है। मक्की का एमएसपी होने के बावजूद किसानों को मक्की का न्यूनतम मूल्य नहीं दिया जा रहा।

उधर, ठियोग में एनएच-5 पर बस स्टैंड में बड़ी संख्या में किसानों ने प्रदर्शन किया इस दौरान केंद्र सरकार के खिलाफ  जोरदार नारेबाजी की गई। प्रदर्शन की अगुवाई करते हुए स्थानीय विधायक राकेश सिंघा ने कहा कि कृषि कानून कारपोरेट घरानों के मुनाफे के लिए लाए गए हैं। इससे किसान ओर कंगाल होगा। उन्होंने कोरोना काल में बिना चर्चा के चोर दरवाजे से लाएंगे कृषि कानूनों को जल्द वापस करने की मांग की है। इसके अलावा ऊना, घुमारवीं, चम्बा, सिरमौर, बिथल, करसोग इत्यादि जगह पर किसानों ने धरना दिया।
 


सबसे ज्यादा पढ़े गए

prashant sharma

Recommended News

Related News