बीड़ बिलिंग में पैराग्लाइडिंग गतिविधियों को शुरू करने की उठी मांग

punjabkesari.in Tuesday, Mar 29, 2022 - 06:38 PM (IST)

पालमपुर (अनूप): बीड़ होटल एसोसिएशन की एक बैठक स्थानीय रिसोर्ट में हुई, जिसमें क्षेत्र में हो रही विभिन्न गतिविधियों के बारे में विस्तार से चर्चा की गई। एसोसिएशन के संरक्षक दिनेश पाल की अध्यक्षता में हुई इस बैठक के बारे में एसोसिएशन के अध्यक्ष सतीश अबरोल ने बताया कि एकमत से सदस्यों ने प्रदेश सरकार व जिला प्रशासन से मांग की है कि वह जल्द से जल्द क्षेत्र में पैराग्लाइडिंग की गतिविधियों को खोलने पर विचार करे। उन्होंने बताया कि जहां प्रदेश में पिछले दिनों पर्यटकों की आमद में बढ़ौतरी दर्ज की गई है वहीं बीड़ बिलिंग घाटी पूरी तरह सुनसान पड़ी हुई है। यहां पर पर्यटकों का आना साहसिक खेलों से ही शुरू हुआ है और पैराग्लाइडिंग के बंद होने से पर्यटकों की आमद पर बहुत बुरा असर पड़ा है। गत 2 वर्ष का पर्यटन सीजन कोविड-19 की भेंट चढ़ने के बाद इस बार थोड़-सी उम्मीद जगी थी लेकिन कुछ दुर्घटनाओं के चलते पैराग्लाइडिंग की गतिविधि पर रोक लग गई है, जिसके कारण पर्यटकों का घाटी में आना बहुत कम हो गया है।

लोगों ने कर्ज लेकर शुरू किया होटल, कैंपिंग व होम स्टे का काम, बेचने की आन पड़ी नौबत

उन्होंने कहा कि स्थानीय लोगों ने कर्ज लेकर होटल, कैंपिंग व होम स्टे इत्यादि का कार्य शुरू किया है और अगर ऐसा ही रहा तो उन लोगों के पास इनको बेचने के अलावा कोई रास्ता नहीं बचेगा। इसके अलावा सैंकड़ों की संख्या में ऐसी छोटी-छोटी दुकानें हैं जो पर्यटकों पर ही निर्भर हैं। टैक्सी चलाने वाला एक बहुत बड़ा वर्ग भी इसी व्यवसाय से अपनी रोजी-रोटी कमाता है। इसके अलावा बहुत से ढाबे, रैस्टोरैंट्स व रेहड़ी-फड़ी वाले पर्यटकों से ही अपनी रोजी-रोटी कमाते हैं, जिस पर आजकल पूरी तरह से पर्यटकों के न होने से रोक लग गई है। गुनेहड़ के वाटरफॉल को जाने वाले पर्यटकों को लेकर जाने वाले गाइड आजकल पूरी तरह बेरोजगार हैं। बिलिंग में चलने वाली दुकानें पूरी तरह से बंद पड़ी हैं। उन्होंने कहा कि अप्रैल, मई व जून के ये 3 महीने होते हैं जिसमें पर्यटकों की भरमार रहती है, उसके बाद बरसात के आने से अक्तूबर तक यहां पैराग्लाइडिंग के बंद होने से कोई नहीं आता। इस गतिविधि के बंद होने से आज क्षेत्र की आर्थिकी चरमराने की कगार पर है। इसलिए प्रदेश सरकार और प्रशासन से मांग है कि वह जल्द से जल्द इस विषय पर कोई ठोस कदम उठाते हुए इस गतिविधि को शुरू करवाए ताकि क्षेत्र के पर्यटन से जुड़े लोगों को राहत मिल सके। 

प्रशासन के सहयोग से साडा उपलब्ध करवाएगी डंपिंग ग्राऊंड 

इस मौके पर एसोसिएशन के सदस्यों को जानकारी भी दी गई कि गत 7 नवंबर से एसोसिएशन द्वारा जो गीला और सूखा कचरा एकत्र करने का काम एक पायलट प्रोजैक्ट के तौर पर एक एनजीओ के सहयोग से शुरू किया गया था वह अब सुचारू रूप से जारी है और उसमें नए सुधार करने की कोशिश की जा रही है। प्रशासन के सहयोग से जल्द ही साडा एक डंपिंग ग्राऊंड उपलब्ध करवा देगी, जिसके बाद हम और भी सही ढंग से इस कार्य को कर पाएंगे। जल्द ही यह एनजीओ चारों पंचायतों से घर-घर से सूखा कचरा एकत्र करना शुरू कर देगी। इस मौके पर कर्नल जेपी सहित एसोसिएशन के पदाधिकारी रंजन शर्मा, अंकुश राणा, यीशु कपूर, राकेश पालसरा, संतोष कपूर, वीके सोनी, बलवंत राजपूत व विक्रमादित्य पाल उपस्थित रहे।

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Content Writer

Vijay

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