पैसों की कमी के चलते दम तोड़ गई 16 साल की दीपिका, समय पर नहीं मिल पाई मदद

Saturday, Mar 24, 2018 - 01:56 PM (IST)

सोलन(चिन्मय): एक तरफ तो प्रदेश सरकार बेटी बचाओ और बेटी पढ़ाओ के लिए हर सम्भव प्रयास करने के बड़े-बड़े दावे करती है परन्तु ये दावे उस वक्त खोखले साबित हो गए जब एक 16 साल की लड़की भगवान को प्यारी हो गई। जीहां हम बात कर रहे है अर्की उपमंडल दाडलाघाट के नजदीक कशलोग पंचायत के फगवाना गांव की निवासी अमरा देवी और स्वर्गीय खेम चन्द की बेटी दीपिका की। जिस उम्र में बेटी का घर बसाने की चिंता माता-पिता को होती है, उस उम्र में बेटी की अर्थी सजानी पड़ रही है। आज सुबह ही दीपिका पीजीआई चंडीगढ़ में जिंदगी की जंग हार गई।

सुबह 4 बजे दीपिका ने अंतिम सांस ली
जानकारी के मुताबिक 16 वर्ष की दीपिका की दोनों किडनी खराब हो गई थी। महंगे इलाज की सामर्थ्य परिवार की नहीं थी। बेटी की दोनों किडनी खराब थी तो मां किडनी देने को तैयार थी पर इलाज के लिए पैसे नहीं थे। परिवार की माली हालत बहुत खराब थी। जिसके चलते परिवार ने मीडिया के जरिए मदद की गुहार लगाई थी। कुछ दानी सज्जनों ने मदद भी की। जिसके सहयोग से वो कुछ दिन ठीक रही।  हालांकि सीएम जयराम से भी अर्की का एक प्रतिनिधि मंडल दीपिका के इलाज के लिए सहायता के लिए मिला था, लेकिन सीएम के कहने के बावजूद भी परिवार को कोई मदद नहीं मिल पाई। 6 दिनों तक दीपिका की माता अन्य परिजनों के साथ पीजीआई की खाख छानते रहे और बेटी के इलाज के लिए मिन्नतें करते रहे। छटे दिन जब दीपिका की तबीयत बेहद बिगड़ गई। जिस समय उसे अस्पताल में भर्ती किया गया तब तक काफी देर हो चुकी थी। वह सदा सदा के लिए अपनी माता को बिलखता छोड़ कर चली गई। गरीबों के इलाज के लिए सरकार की तरफ से चलाई जा रही योजनाएं दीपिका को नया जीवन नहीं दे सकी। इस बारे दीपिका की चचेरी बहन से बात की गई तो उन्होंने बताया कि रात में ज्यादा तबीयत खराब होने से दीपिका कुछ समय के लिए कोमा में चली गई थी परंतु सुबह करीब 4 बजे के समय उसने अपनी अंतिम सांस ली।
 

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