दिसंबर में शुरू होगा देश का पहला अत्याधुनिक टर्मिनल, युवाओं को मिलेगा रोजगार

Tuesday, Jun 26, 2018 - 09:58 AM (IST)

शिमला (जय): राज्य में पैट्रोलियम उत्पादों की संभाल के लिए ऊना टर्मिनल स्थापित किया जाएगा। इस टर्मिनल में 87,000 किलोलीटर पैट्रोलियम उत्पादों की संभाल होगी। यहां पर करीब 507 करोड़ रुपए का खर्च आएगा। इसकी कमीशनिंग के बाद भारतीय रक्षा बलों के लिए लेह और लद्दाख में वार्षिक शीतकालीन ईंधन भंडारण आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए रणनीतिक भंडारण स्थल बन जाएगा जो हिमाचल प्रदेश को कई तरीकों से लाभान्वित करेगा।


सोमवार को इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन के अधिकारी सुबोध डाकवाले ने शिमला में आयोजित पत्रकार वार्ता में बताया कि टर्मिनल हिमाचल प्रदेश की पी.ओ.एल. आवश्यकताओं को पूरा करेगा जिससे राज्य में ईंधन की उपलब्धता में सुधार होगा। टर्मिनल दिसम्बर, 2018 तक पूरा होकर चालू होने की उम्मीद है। उन्होंने बताया कि  टर्मिनल कर्मियों और परिवहन चालक दल के लिए हैंडलिंग, लोडिंग और अनलोडिंग के माध्यम से अप्रत्यक्ष रोजगार के अवसर भी पैदा करेगा। इस समय हिमाचल प्रदेश की ईंधन आवश्यकताओं को अंबाला, हरियाणा, जालंधर, पंजाब में कुल्लू और परवाणु में रोड फैड डिपुओं के माध्यम से इंडियन ऑयल टर्मिनल से पूरा किया जाता है। यह टर्मिनल हिमाचल प्रदेश के औद्योगिक विकास में महत्वपूर्ण योगदान देगा। 


राज्य में एल.पी.जी. की भविष्य की मांग को पूरा करने के लिए 600-600 मैगावाट के 2 माऊंडिड स्टोरेज स्थापित करके ऊना बॉटलिंग प्लांट की स्टोरेज क्षमता को 900 मीट्रिक टन से बढ़ाकर 2100 मीट्रिक टन तक किया जाएगा। परियोजना की अनुमानित लागत लगभग 22 करोड़ रुपए है और 2020 तक इसे चालू करने की उम्मीद है। सुबोध ने बताया कि पिछले वित्तीय वर्ष में राज्य के राजकोष में तेल विपणन कंपनियों का योगदान लगभग 332 करोड़ रुपए का रहा है। पैट्रोल स्टेशनों से 70 रुपए में उच्च गुणवत्ता वाले 9 वाट के एल.ई.डी. बल्ब, 220 रुपए में 20 वाट की एल.ई.डी. ट्यूबलाइट और 1200 रुपए में उपभोक्ता फाइव स्टार रेटिड सीलिंग फैन खरीद सकते हैं। 


लाहौल-स्पीति में सर्दियों से पहले पर्याप्त स्टॉक
प्रदेश के किन्नौर और लाहौल-स्पीति जनजातीय जिलों में ज्यादातर इंडियन ऑयल कार्पोरेशन द्वारा आपूर्ति की जाती है और हिमाचल प्रदेश के जिला चम्बा में किलाड़, शिमला में किटरवारी, लाहौल और स्पीति में काजा, केलांग और किन्नौर में रारंग खास में सर्दियों से पहले करीब 65,000 सिलैंडर उपलब्ध करवा दिए जाएंगे।

Ekta