2 गुटों के बीच खूनी संघर्ष में घायल हुए व्यक्ति की PGI में माैत, लोगों ने निकाली रोष रैली

Saturday, Jun 19, 2021 - 07:18 PM (IST)

कांगड़ा (कालड़ा): गत दिवस बीरता गांव में हुए जानलेवा हमले में घायल 4 लोगों में से जिन 2 लोगों को पीजीआई चंडीगढ़ भेजा गया था उनमें से एक सुभाष चंद (53) ने घावों के ताव न सहते हुए सुबह दम तोड़ दिया। मौत का समाचार मिलते ही लगभग 200 लोगों ने रोष रैली निकालते हुए एसडीएम ऑफिस के बाहर पुलिस मुर्दाबाद के नारे लगाने के बाद एसडीएम को ज्ञापन दिया। लोगों का कहना था कि पुलिस ने अगर समय रहते कार्रवाई की होती तो यह हादसा नहीं होता। लोगों की मुख्य मांग थी कि उन पुलिस कर्मियों पर कार्रवाई की जाए जिनको पहले ही लिखित सूचना थाने में जाकर दी थी कि परिवार पर हमला हो सकता है। लोगों ने कहा कि अगर उन पुलिस कर्मियों पर कार्रवाई नहीं हुई तो आगे भी आंदोलन जारी रह सकता है।

नवम्बर में लड़की की शादी, कैसे चलेगा गुजारा

गांववासियों का यह भी कहना है कि अब इनके घर में कमाने वाला कोई नहीं रहा तो जो कर्ज बैंकों से इस परिवार ने ले रखा है, उसको कैसे चुकाएंगे। मृतक के परिवार में उसके 2 बच्चे रह गए हैं जिसमें लड़की की शादी नवम्बर माह में होनी है, ऐसे में घर का गुजारा कैसे चलेगा। एसडीएम कांगड़ा अभिषेक वर्मा ने आश्वासन दिया है कि एसपी कांगड़ा खुद सारे मामले की जांच कर रहे हैं। अगर किसी पुलिस कर्मी की कोताही सामने आई तो उसके खिलाफ उचित कानूनी कार्रवाई होगी। स्थानीय लोगों ने कहा कि यह एक तरह का आतंकवादी हमला था जिससे प्रतीत होता है कि इनको किसी बड़े आदमी का संरक्षण प्राप्त है। एसडीएम ने पीड़ित परिवार को 10 हजार रुपए देने की घोषणा की।

9 आरोपियों को 5 दिन के रिमांड पर भेजा

डीएसपी कांगड़ा सुनील राणा ने बताया कि एक व्यक्ति की मौत के बाद इस मामले में धारा 302 जोड़ दी है और गिरफ्तार किए गए 9 आरोपियों को कोर्ट में पेश कर 5 दिन का पुलिस रिमांड हासिल कर लिया है। उन्होंने कहा कि अगर किसी के पास आरोपियों के खिलाफ सबूत हैं तो हमें दें। उन्होंने आश्वासन दिया है कि आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी। पुलिस हर पहलू पर मजबूत केस बनाकर कोर्ट में पेश करेगी।

विधायक पवन काजल ने चिंता जाहिर की, सरकार से कार्रवाई की मांग

बीरता गांव में जमीनी विवाद को लेकर हुई मारपीट में कांगड़ा पुलिस की लचर कार्यप्रणाली पर विधायक पवन काजल ने चिंता जाहिर की है। काजल ने कहा कि पुलिस थाने में शिकायत के बावजूद कोई कार्रवाई न होना चिंता का विषय है और गुंडागर्दी को संरक्षण देने वाले पुलिस अधिकारियों व कर्मियों पर प्रदेश सरकार शीघ्र कठोर कार्रवाई करे। काजल ने कहा कि अगर लापरवाह अधिकारियों और कर्मचारियों पर कोई कार्रवाई न की तो वे भी न्याय के लिए बीरता के ग्रामीणों के साथ संघर्ष में शामिल होंगे।

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Vijay