परिवार पर टूटा दुखों का पहाड़, Ambulance न मिलने से गई नवजात बच्ची की जान

Saturday, May 25, 2019 - 09:51 PM (IST)

चम्बा (विनोद): एक बार फिर चम्बा जिला में चरमराई 108 एंबुलैंस सुविधा की कीमत एक 5 दिन की नवजात बच्ची को अपनी जान देकर चुकानी पड़ी। इस बारे में प्रभावित परिवार ने सदर पुलिस चौकी में 108 एंबुलैंस के खिलाफ अपना शिकायत पत्र सदर थाना प्रभारी को सौंपा। शिकायतकत्र्ता एवं मृतक नवजात बच्ची के चाचा शुमाउदीन व मुहम्मद रफी ने पुलिस को सौंपे अपने शिकायत पत्र में कहा कि उसके भाई की पत्नी मनीरा बेगम निवासी गांव कलीली डाकघर जड़ेरा ने मैडीकल कॉलेज अस्पताल चम्बा में 20 मई को एक बच्ची को जन्म दिया। उसके बाद बच्ची को तबीयत ठीक न रहने के चलते 5 दिनों तक अस्पताल में उपचार के लिए रखा गया।

प्रशासन के हस्तक्षेप के बावजूद 11 घंटे के बाद मिली एंबुलैंस सुविधा

शुक्रवार को बच्ची की तबीयत को देखते हुए ड्यूटी पर तैनात चिकित्सक ने उसे टांडा के लिए रैफर कर दिया। इसके चलते बच्ची को टांडा ले जाने के लिए 108 पर संपर्क किया गया लेकिन यह जानकारी दी गई कि हमारे पास रैफर के लिए एंबुलैंस नहीं है। इसके बाद परिवार ने टैक्सी के माध्यम से बच्ची को टांडा ले जाने की इच्छा जताई लेकिन चिकित्सक ने बच्ची को ऑक्सीजन वाले वाहन में ले जाने की बात कही और यह सुविधा सिर्फ 108 एंबुलैंस में ही मिल सकती थी, जिसके बाद एंबुलैंस सेवा को पाने के लिए फिर से प्रयास किया गया। यहां तक ही एस.डी.एम. चम्बा के समक्ष जब यह मामला पहुंचा तो उन्होंने भी एंबुलैंस सेवा मुहैया करवाने के लिए भरपूर प्रयास किया। अफसोस की बात है कि प्रशासन के हस्तक्षेप के बावजूद करीब 11 घंटे के बाद उक्त परिवार को एंबुलैंस सुविधा मिली।

बच्ची ने चुवाड़ी में तोड़ा दम

जब बच्ची को टांडा मैडीकल ले जा रहा था तो उसने चुवाड़ी में जाकर दम तोड़ दिया, ऐसे में इस परिवार को देरी से एंबुलैंस सुविधा मिलने के चलते अपनी बच्ची को हमेशा के लिए खोना पड़ा। पीड़ित परिवार ने उक्त एंबुलैंस सेवा का दायित्व संभालने वाली कंपनी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। वहीं सदर थाना प्रभारी चम्बा प्रशांत ठाकुर ने बताया कि मामले के संदर्भ में शिकायत पत्र प्राप्त हुआ है। पुलिस ने रपट डाल कर जांच शुरू कर दी है।

Vijay