IGMC में 12 वर्षीय बच्चे की मौत, डाक्टर पर लगा लापरवाही का आरोप

Wednesday, Oct 31, 2018 - 11:34 PM (IST)

शिमला: आई.जी.एम.सी. में 12 वर्षीय बच्चे की मौत होने का मामला सामने आया है। बच्चे के परिजनों ने चिकित्सक पर लापरवाही का आरोप लगाया है। यह बच्चा कुमारसैन के किंगल गांव का रहने वाला बताया जा रहा है। बीते दिन मंगलवार को बच्चे को उपचार के लिए आई.जी.एम.सी. में भर्ती करवाया गया था। बताया जा रहा है कि बच्चे को छाती में दर्द था, ऐसे में चिकित्सक ने बच्चे को पीडियाट्रिक्स वार्ड के यूनिट 2 में भर्ती किया था। हालांकि चिकित्सक ने बच्चे का उपचार शुरू कर दिया था। बुधवार को सुबह के समय बच्चे की मौत हो गई। परिजनों का कहना था कि चिकित्सक द्वारा अगर बच्चे का सही तरीके से इलाज किया जाता तो उसकी मौत नहीं होती। जब परिजनों व डाक्टर के बीच हंगामा हो रहा था तो उस दौरान पीडियाट्रिक्स विभाग के एच.ओ.डी. भी मौके पर पहुंचे। उन्होंने बच्चे को चैक किया तो उसकी मौत हो चुकी थी।

बीमारी से हुई बच्चे की मौत : चिकित्सक
चिकित्सक के अनुसार बच्चे की मौत बीमारी से हुई बताई जा रही है। हालांकि चिकित्सक ने तो यह दावा किया है कि बच्चे की मौत लापरवाही से नहीं, बल्कि उसकी अपनी बीमारी से हुई है। चिकित्सक द्वारा इलाज करने में कोई कोताही नहीं बरती गई है। बाकी असली सच्चाई का पता जांच के बाद ही चल पाएगा।

परिजनों ने नहीं करवाया बच्चे का पोस्टमार्टम
बताया जा रहा है कि मृत बच्चे के परिजनों ने शव का आई.जी.एम.सी. में पोस्टमार्टम नहीं करवाया है। परिजनों ने पोस्टमार्टम करवाने से मना कर दिया है। वे शव को अपने घर कुमारसैन ले गए हैं। गौर रहे कि बच्चे की मौत को लेकर इससे पहले भी आई.जी.एम.सी. प्रशासन पर कई आरोप लगते रहे हैं, बावजूद इसके प्रशासन पर आरोप पर आरोप लगते जा रहे हैं।

क्या कहते हैं अस्पातल के अधिकारी
आई.जी.एम.सी. के एम.एस. डा. जनक राज ने कहा कि बीमारी से पीड़ित एक बच्चा आई.जी.एम.सी. में आया था। बच्चे का इलाज करने में चिकित्सक की तरफ से कोई कोताही नहीं बरती गई है। चिकित्सक ने बच्चे का इलाज शुरू कर दिया था। गंभीर बीमारी से पीड़ित बच्चा नहीं बच पाया। इसमें चिकित्सक और प्रशासन की तरफ से कोई लापरवाही नहीं बरती गई है। हमें परिजनों की तरफ से चिकित्सक द्वारा लापरवाही बरते की कोई शिकायत नहीं आई है।

Vijay