3 वर्षों में ड्रग्स लेने से 3 की मौत, 3895 नशा तस्कर हुए गिरफ्तार

Friday, Dec 14, 2018 - 07:01 PM (IST)

तपोवन (धर्मशाला) (सुरेन्द्र): हिमाचल प्रदेश में रिकार्ड के मुताबिक 3 वर्षों के दौरान 3 व्यक्तियों की ड्रग्स लेने से मौत हुई है। यह जानकारी सी.एम. जयराम ठाकुर ने विधानसभा में कसुम्पटी के विधायक अनिरुद्ध सिंह तथा बिलासपुर के विधायक सुभाष ठाकुर द्वारा पूछे गए सवालों के जवाब में दी। उन्होंने बताया कि वर्ष 2016 में प्रदेश में 1085 गिरफ्तारियां एन.डी.पी.एस. एक्ट के तहत हुई हैं। इनमें 1026 पुरुष व 53 महिलाएं, जबकि 6 विदेशी नागरिक भी शामिल हैं। वर्ष 2017 के दौरान 1221 व्यक्तियों की धरपकड़ हुई, जिसमें से 1156 पुरुष, 49 महिलाएं तथा 16 विदेशी नागरिकों में से 15 पुरुष व 1 विदेशी महिला शामिल है। वर्ष 2018 में 1589 लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जिसमें 1520 पुरुष व 59 महिलाओं सहित 10 विदेशी नागरिकों में से 8 पुरुष व 2 महिलाएं शामिल हैं।

विधायक सुखराम व सुक्खू ने भी पूछे अनूपूरक सवाल

दोनों विधायकों ने नशे के बढ़ते प्रभाव पर सरकार द्वारा उठाए जा रहे कदमों के बारे में सवाल उठाए थे। इसके साथ उन्होंने इस गंभीर विषय पर चिंता जताई। विधायक सुखराम चौधरी, सुखविंदर सिंह सुक्खू ने भी मामले पर अनुपूरक सवाल पूछे और सरकार द्वारा दी गई मृतकों की जानकारी पर भी प्रश्नचिह्न लगाया। विधायक सुखराम ने कहा कि बॉर्डर एरिया पर खुले नशा निवारण केंद्र यहां भर्ती होने वाले युवाओं को प्रताडि़त कर रहे हैं। उन्होंने सरकार से सभी अस्पतालों में नशे के प्रभाव में आए युवाओं के उपचार की व्यवस्था की मांग की। विधायक सुक्खू ने कहा कि मृतकों के आंकड़े जो दिए हैं, वे वास्तविक स्थिति के अनुसार नहीं हैं।

कड़ा कानून करने के अतिरिक्त कोई विकल्प नहीं

मुख्यमंत्री ने कहा कि नशे की ओवरडोज की वजह से मृतकों की तादाद काफी अधिक है लेकिन जो प्रक्रिया और नियमों के तहत मामले सामने आए हैं, उनमें 3 व्यक्ति ही दर्ज हुए हैं। उन्होंने माना है कि यह आंकड़ा काफी ज्यादा है। उन्होंने कहा कि कड़ा कानून करने के अतिरिक्त कोई विकल्प नहीं है। सरकार जागरूकता अभियान भी चलाएगी और नशा निवारण केंद्र भी खोले जाएंगे।

Vijay