घातक बीमारी से जूझ रही मासूम शिवानी के लिए मसीहा बने बिंदल

Tuesday, Feb 06, 2018 - 05:06 PM (IST)

हरोली (सुरिंदर शर्मा): ऊना जिला के विधानसभा हरोली के गांव ईसपुर की शिवानी पिछले कई वर्षों से लगातार बिस्तर पर है और घातक बीमारी से जूझ रही है। उसके परिजन उसका इलाज तक करवाने में बेबस हैं जिसका कारण आर्थिक मंदी व कहीं से भी मदद न मिला पाना है। दिहाड़ी आदि लगाने वाले उसके माता-पिता उसे चंडीगढ़ स्थित पी.जी.आई. तक भी ले गए लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें उसका घर पर ही इलाज करने की सलाह देते हुए वापस भेज दिया। मौजूदा हालातों में शिवानी के परिजन दिन ब दिन अपनी बच्ची को घातक बीमारी के आगोश में जाता देख बेबसी के आंसू पी रहे हैं।


उल्लेखनीय है कि ईसपुर निवासी गुरमीत सिंह व कुशला देवी की इकलौती बच्ची पिछले कई वर्षों से बिस्तर पर ही लेटकर घातक बीमारी से जूझ रही है। पिछली सरकार द्वारा मंचों पर लगातार बड़ी घोषणाएं करते हुए हरोली में गरीबों व जरूरतमंद लोगों की सेवा पर करोड़ों की राशि खर्च करने की बातें कही जाती रहीं। लेकिन इस परिवार को देखकर तो सभी घोषणाएं धरी की धरी व खोखली साबित हो रही हैं। यही नहीं, मौजूदा हाल में प्रदेश सरकार को बने हुए एक महीने से ऊपर का समय बीत चुका है लेकिन उसका भी इस परिवार की ओर ध्यान नहीं गया है। पंजाब केसरी में खबर लगने के बाद विधानसभा अध्यक्ष डा. राजीव बिंदल ने शिवानी के घर का दौरा किया और अधिकारीयों को मुख्य चिकित्सा अधिकारी ऊना के माध्यम से शिवानी का मेडिकल चैकअप करवाने के निर्देश दिए। इसके उपरांत इलाज को लेकर चिकित्सकों का जो भी परामर्श होगा, उसके तहत परिवार को हरसंभव आर्थिक मदद दी जाएगी। 


घर पर खेलते समय हुआ था हादसा
13 वर्षीय शिवानी के माता-पिता का कहना है कि उनकी बच्ची छोटी उम्र में ही घर में खेलते समय गिर गई थी। उसके कुछ वर्ष बाद उसका सिर धीरे-धीरे बढऩा शुरू हो गया। उन्होंने अपनी लाडली के इलाज के लिए स्थानीय व अन्य कई स्थानों पर जाकर मदद मांगी। यहां तक कि उन्होंने पी.जी.आई. तक जाकर अपनी लाडली का इलाज करवाना चाहा लेकिन उन्हें हर कहीं से मायूसी ही हाथ लगी। उन्होंने बताया कि पहले उनकी बच्ची घर में ही रहती थी और कुछ बोल भी पाती थी लेकिन पिछले 3 वर्षों से वह बिस्तर से उठ नहीं पा रही और साफ बोल भी नहीं पा रही।