नाक रगड़ते हुए DC ऑफिस पहुंचे नूरपुर बस हादसे में मारे गए बच्चों के परिजन, लगाई न्याय की गुहार PICS

Tuesday, Sep 11, 2018 - 05:49 PM (IST)

धर्मशाला (पूजा): नूरपुर हादसे में मृतक बच्चों की तरफ से माननीय सुप्रीम कोर्ट को इंसाफ की खातिर एक खत लिखा गया है। इन बच्चों के परिजन सड़क से नाक रगड़ते हुए डी.सी. कांगड़ा की दहलीज पर पहुंचे। मंदिरों में भक्त अक्सर अपनी मनोकामना को लेकर नाक रगड़ते हुए जाते हैं, लेकिन सोमवार को जिला मुख्यालय में डी.सी. आफिस में भी कुछ ऐसा ही नजारा देखने को मिला। ऐसा पहले कभी नहीं हुआ था। यह हादसा 9 अप्रैल को नूरपुर के चेली गांव में हुआ था। मृतक बच्चों के नाम से लिखा एक पत्र उनके परिजनों ने समाजसेवी संजय शर्मा की अगुआई में डी.सी कांगड़ा को सौंपा। 


इस पत्र की एक प्रतिलिपि परिजनों द्वारा सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश को भी भेजी गई है, जिसमें मृतक बच्चों की तरफ से परिजनों ने न्याय दिलाने की गुहार लगाई है। पत्र में लिखा गया है कि हम सिर्फ देख रहे हैं और हमारे परिजन झेल रहे हैं। कोई सुनवाई नहीं हो रही। जिस उम्र में हमें जिंदगी के सबक सीखने थे, उसी उम्र में मौत हमें अपना पाठ पढ़ाकर साथ ले गई। बच्चों के परिजनों की ओर से लिखे पत्र में ये भी लिखा गया है कि हम में से कुछ बच्चे तो ऐसे थे जो 9 अप्रैल को पहली बार स्कूल गए थे, जो अब कभी वापस नहीं आने वाले। 


मृतक बच्चों के परिजनों का कहना था कि आज हम सभी यहां न्याय की आस में आए हैं। परिजनों ने यह भी बताया कि हम हादसे के बाद करवाई गई न्यायिक जांच से संतुष्ट नहीं हैं, क्योंकि जहां हादसा हुआ, वहां सड़क खराब थी। वहां लगाया गया डंगा काफी समय पहले ढह चुका है, लेकिन उसे फिर नहीं लगाया गया है। सड़क खराब होने के बारे में लोक निर्माण विभाग को तीन बार अवगत करवाया गया, परंतु सड़क की दशा नहीं सुधारी गई।


हादसे की हो सी.बी.आई. जांच 
उन्होंने कहा कि सरकार हर संभव सहयोग की बात कह चुकी है। ऐसे में, हम न्यायिक जांच से संतुष्ट नहीं हैं। पीड़ित परिजनों ने जिला प्रशासन की ओर से चेतावनी दी है कि अगर सरकार हादसे की दोबारा जांच नहीं करवाती है और गुनहगारों को सजा नहीं दिलाती है तो तमाम परिजन सड़कों पर उतरकर आंदोलन शुरू करेंगे और इसकी पूरी जिम्मेदारी जिला प्रशासन व सरकार की होगी। डी.सी. कांगड़ा को मृतक बच्चों के नाम से सौंपे गए पत्र में परिजनों ने सरकार से हादसे की सी.बी.आई. जांच की मांग की है। 


परिजनों के घाव पर मरहम लगाना मुश्किल: डी.सी.
नाक रगड़ते हुए डी.सी. के पास पहुंचे पीड़ित परिजनों को देखकर भावुक हो गए डी.सी. कांगड़ा संदीप कुमार ने बताया कि परिजनों के घाव पर मरहम लगाना मुश्किल है। उन्होंने परिजनों को कहा कि हादसे की न्यायिक जांच पर जो प्रश्नचिह्न लगे हैं, उस पर ध्यान दिया जाएगा। मृतक बच्चों के परिजनों ने जो पत्र दिया है, उसे सरकार तक पहुंचाया जाएगा और जिला प्रशासन की ओर से हादसे वाली जगह पर बच्चों के नाम का स्मारक भी बनाया जाएगा। उन्होंने भावुक होकर बताया कि इन परिजनों के जो जख्म हैं, उन पर मरहम लगाना मुश्किल है।

Ekta