DC ने लॉन्च किया राज्य स्तरीय नलवाड़ी मेले का ‘Logo’

Wednesday, Feb 21, 2018 - 12:48 AM (IST)

बिलासपुर: बिलासपुर के लुहणू मैदान में हर वर्ष 17 से 23 मार्च तक आयोजित होने वाले राज्य स्तरीय नलवाड़ी मेला इस बार कुछ अलग रूप में दिखेगा। इस वर्ष यह नलवाड़ी मेला अब 127वें वर्ष में प्रवेश कर गया है। अंग्रेजों के शासनकाल के समय आरंभ हुए इस मेले का मुख्य उद्देश्य पशुओं की खरीद-फरोख्त रहा लेकिन बदलते वक्त के साथ अब धीरे-धीरे इस मेले में बैलों, गायों आदि का बिकने के लिए आना नाममात्र सा रह गया है। एक शताब्दी से भी अधिक इस पुराने मेले का इस बार अपना ‘लोगो’ होगा। इस मेले का अपना लोगो होगा। इस लोगो में बिलासपुर की शान माने जाने वाली कुश्तियां, मेले का प्रतीक चिह्न बैलों की जोड़ी, बिलासपुर के अराध्य महर्षि व्यास, गोबिंद सागर झील में डूब चुके राजा के महल, झील में डूब चुके ऐतिहासिक मंदिर, प्रसिद्ध बच्छरेटु का किला, भव्य क्रिकेट स्टेडियम, कंदरौर का पुल, ऐतिहासिक रूक्मणि कुंड, बिलासपुर के नगर देव बाबा नाहर सिंह का धौलरा मंदिर, प्रसिद्ध शक्तिपीठ मां नयनादेवी जी मंदिर सहित बाबा बालक नाथ मंदिर को भी इस लोगो में स्थान दिया गया है। 

‘स्वच्छता व स्वास्थ्य’ थीम पर निकलेगी शोभायात्रा
इस लोगो का विमोचन मंगलवार को डी.सी. बिलासपुर विवेक भाटिया, ए.डी.एम. विनय कुमार, सहायक आयुक्त उपायुक्त कविता, एस.डी.एम. सदर प्रियंका वर्मा द्वारा बचत भवन में पत्रकारों के समक्ष किया गया।  इस अवसर पर डी.सी. बिलासपुर विवेक भाटिया ने कहा कि बिलासपुर के इस ऐतिहासिक एवं राज्य स्तरीय नलवाड़ी मेले को लोगों का अपना उत्सव बनाने की कोशिश इस बार की गई है। मेले के पुराने स्वरूप के साथ कुछ नया भी जोड़ा जा रहा है। इस बार नलवाड़ी मेले के शुभारंभ पर लक्ष्मी नारायण मंदिर से निकलने वाली शोभा यात्रा की भी थीम निर्धारित की गई है। इस शोभायात्रा की थीम ‘स्वच्छता व स्वास्थ्य’ को बनाया गया है। रात्रिकालीन होने वाली सांस्कृतिक संध्याओं में एक सांस्कृतिक संध्या को ‘फैमिली संध्या’ के रूप में आयोजित करने की रूपरेखा बनाई जा रही है। इस संध्या में कोई बाहरी कलाकार नहीं होगा। सांस्कृतिक कार्यक्रमों के लिए तिब्बतीयन इंस्टीच्यूट आफ परफॉर्मिंग आर्ट्स सहित उत्तरक्षेत्रीय सांस्कृतिक केंद्र पटियाला से भी संपर्क साधा जा रहा है। 

63 हजार रुपए की राशि एकत्रित 
मेले के खर्च को पूरा करने में सहयोग हेतु जिलाधीश कार्यालय ने इस बार एक अनोखी पहल की है। कार्यालय के अधिकारियों व स्टाफ ने अपने आधे दिन का वेतन स्वैच्छिक रूप से नलवाड़ी सहयोग के रूप में मेला कमेटी को देने का निर्णय लिया। इसके तहत 63 हजार रुपए की राशि एकत्रित हुई। इस राशि को नलवाड़ी कोष में जमा भी करवा दिया गया है। डी.सी. बिलासपुर विवेक भाटिया ने बताया कि किसी भी कर्मचारी को राशि देने के लिए बाध्य नहीं किया गया लेकिन सभी कर्मचारियों ने स्वेच्छा से स्वयं आखिर यह राशि दी। उन्होंने बताया कि दैनिक वेतन भोगी व अनुबंध पर लगे कर्मचारियों से सहयोग राशि नहीं ली गई।