नदी-नालों व शहर के वैभव को बचाने के लिए लेने होंगे कड़े फैसले : आशुतोष गर्ग

punjabkesari.in Friday, Mar 04, 2022 - 04:55 PM (IST)

कुल्लू (ब्यूरो/संजीव): जिला नगर निकायों में ठोस व तरल कचरा अवशिष्ट का वैज्ञानिक ढंग से निष्पादन किया जाना चाहिए। जिला के नदी-नालों व शहरों के वैभव को बचाने के लिए नगर निकायों को कड़े फैसले लेने की समय की मांग है। यह बात डीसी आशुतोष गर्ग ने शुक्रवार को देवसदन में नगर परिषद कुल्लू द्वारा कचरा अवशिष्ट की समस्या से निपटने के लिए आयोजित कार्यशाला को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने कहा कि कूड़े-कचरे का प्रबंधन प्राथमिक स्तर से इसके डिस्पोजल तक एक व्यवथित ढंग से किया जाना चाहिए। सभी नागरिक घर से ही ठोस व तरल कचरे को अलग-अलग लिफाफों में उपयुक्त छंटाई के उपरांत ही नगर परिषद के कर्मी को देने की आदत को विकसित करें। कचरा एकत्र करने वाले कर्मी अपने साथ 2 कंटेनर अथवा थैले रखें और अलग-अलग कचरा प्राप्त करें। 

सड़कों के किनारे नहीं होगी अस्थायी डंपिंग, नगर परिषद को निर्देश

शहरों में सड़कों के किनारे अस्थायी डंपिंग पर कड़ा संज्ञान लेते हुए डीसी ने नगर परिषद को कहा कि इस प्रकार की डंपिग को तुरंत से बंद करके इन स्थलों पर पार्क अथवा बैंच स्थापित किए जाएं। उन्होंने कहा कि कचरा घरों से प्राप्त करने के बाद सीधे वाहन में डाला जाना चाहिए। इसके लिए छोटे वाहन विभिन्न स्थानों पर उपलब्ध होने चाहिए।

नदी-नालों में कूड़ा-कचरा फैंकने वालों के लिए बनाई जाए चालान की व्यवस्था 

सड़कों अथवा नदी-नालों में कूड़ा फैंकने वालों के चालान करने की व्यवस्था बनाई जानी चाहिए। नगर परिषद एक रात्रि स्क्वायड भी तैनात करे जो नियमों की उल्लंघना करने वालों की निगरानी करके उनके चालान कर सके। डीसी ने कहा कि कुल्लू शहर को स्वच्छता में देश के प्रथम 100 शहरों में लाने तथा प्रदेश का आदर्श शहर बनाने के लिए पार्षदों को अपने-अपने वार्ड को स्मार्ट वार्ड बनाने के लिए कार्य करना होगा। उन्होंने आम नागरिकों से आग्रह किया कि कचरा एकत्र करने वालों का सहयोग करें। छंटाई के बाद घर का कचरा सफाई कर्मचारी को सौंपे। डीसी ने इस अवसर पर स्वच्छता की शपथ भी दिलाई। उन्होंने कहा कि नगर परिषद कुल्लू शहर को स्वच्छ रखने के लिए सालाना 1.60 करोड़ रुपए की राशि खर्च की जा रही है। उन्होंने कहा कि कुल्लू को अमु्रत योजना में शामिल किया गया है और पूरी धनराशि प्राप्त हो चुकी है, शहर का कायाकल्प किया जा रहा है। अनेक पार्कों व रास्तों का निर्माण किया गया है। 

कूड़े की दरें 50 से 2000 रुपए प्रतिमाह निर्धारित

स्वच्छ भारत मिशन पर प्रस्तुति देते हुए कार्यकारी अधिकारी बीआर नेगी ने बताया कि नगर परिषद कुल्लू के तहत कुल 11 वार्ड हैं, जिनमें 6262 घर हैं। कूड़े की दरें 50 रुपए से लेकर 2000 रुपए प्रतिमाह निर्धारित की गई हैं। उन्होंने कहा कि नागरिकों से छंटाई के उपरांत गीला, सूखा व हानिकारक कचरा प्राप्त करने के संबंध में व्यापक जागरूकता अभियान चलाया जाएगा तथा लोगों को पैम्फलेट बांटे जाएंगे। उन्होंने कहा कि लंकाबेकर स्थित आर्गेनिक वेस्ट प्लांट की क्षमता को 3 टन तक बढ़ाने की स्वीकृति प्राप्त हो चुकी है। 2200 टन प्लाटिक वेस्ट रांगड़ी प्लांट को भेजा जा चुका है। 

अम्रुत योजना के तहत मिले 66.08 करोड़

उन्होंने कहा कि अम्रुत योजना के तहत 66.08 करोड़ की राशि प्राप्त हुई है, जिसे लोक निर्माण व जल शक्ति विभागों को निर्माण कार्यों के लिए जारी किया गया है। आवास योजना के तहत 1.65 लाख रुपए की राशि प्रदान की जाती है। उन्होंने कहा कि अखाड़ा बाजार में नगर परिषद ने 50 बिस्तरों का रैन बसेरा बनाया है ताकि कोई भी व्यक्ति बाहर सड़क पर न सोए। इस मौके पर नगर परिषद अध्यक्ष गोपाल कृष्ण महंत, उपाध्यक्ष आशा महंत, पार्षदगण, वेस्ट टू एनर्जी प्लांट के प्रबंधक प्रेम, स्वयं सहायता समूह व नगर परिषद के कर्मी कार्यशाला में मौजूद रहे।

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Content Writer

Vijay

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