ऊना के DAV सेंटेनरी पब्लिक स्कूल पर गिरी गाज

Tuesday, Jun 26, 2018 - 05:11 PM (IST)

ऊना(विशाल): पेपर लीक मामले के बाद सी.बी.एस.ई ने ऊना के डी.ए.वी. सेंटेनरी स्कूल की मान्यता रद्द कर दी है। इस संबंध में स्कूल में सी.बी.एस.ई का भेजा पत्र पहुंच चुका है जिसके बाद स्थानीय एल.एम.सी. से इस संबंध में कानूनी विचार विमर्श शुरू कर दिया है। सी.बी.एस.ई द्वारा भेजे गए पत्र के अनुसार अब उक्त स्कूल में मात्र 2 वर्ष तक शैक्षणिक सत्र चलेंगे ताकि मौजूदा विद्यार्थियों का शिक्षण कार्य प्रभावित न हो। वर्ष 2018-19 और 2019-20 तक स्कूल में शैक्षणिक सत्र चलता रहेगा। सी.बी.एस.ई ने स्कूल में अब कोई नई एडमिशन न करने के आदेश भी जारी किए हैं। सी.बी.एस.ई की इस बड़ी कार्रवाई से हड़कंप मच गया है।

इस संबंध में स्कूल के लिए कोई अच्छा निर्णय होगा
सी.बी.एस.ई ने इस पत्र को 30 मई को ड्राफ्ट कर दिया था और 8 जून को इसको डिस्पैच किया गया। 20 जून को यह पत्र स्कूल पहुंचा। बताया जा रहा है कि इन आदेशों की एक प्रति डायरेक्टर हायर एजुकेशन शिमला को भी भेजा गया है। स्कूल में मान्यता रद्द होने का पत्र मिलने के पश्चात लोकल मैनेजमेंट कमेटी ने कानूनी विचार विमर्श शुरू कर दिया है और आगामी दिनों में सी.बी.एस.ई. से बैठक के लिए समय भी लिया गया है। एल.एम.सी. को उम्मीद है कि आने वाले दिनों में इस संबंध में स्कूल के लिए कोई अच्छा निर्णय होगा।

ऊना में भी यह मामला काफी उछला था 
गौरतलब है कि देश भर के चर्चित सी.बी.एस.ई पेपर्ज लीक मामले में उक्त स्कूल के 3 कर्मी भी फंस गए थे जिन पर उक्त पेपर्ज लीक करने का आरोप लगा था। दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच टीम द्वारा की गई गिरफ्तारियों के बाद ऊना में भी यह मामला काफी उछला था। हालांकि डी.ए.वी. सेंटनेरी स्कूल में बोर्ड का कोई परीक्षा केंद्र नहीं था और न ही स्कूल से पेपर्ज लीक हुए थे। स्कूल के विद्यार्थी भी फाइनल एग्जाम देने के लिए अन्य स्कूलों में बने सी.बी.एस.ई के परीक्षा केंद्रों में जाते थे।

इस पूरे प्रकरण में स्कूल का कोई रोल नहीं था
स्कूल की एल.एम.सी. के पदाधिकारी संजीव फांडा ने कहा कि मान्यता रद्द करने को लेकर पत्र पहुंचा है लेकिन स्कूल प्रबंधन के सामने सी.बी.एस.ई से बैठक करने सहित कानूनी विकल्प खुले हैं। इस पूरे प्रकरण में स्कूल का कोई रोल नहीं था और इस संबंध में सी.बी.एस.ई के समक्ष स्कूल प्रबंधन अपना पक्ष रखेगा। स्कूल के विद्यार्थियों का भविष्य पूरी तरह से सुरक्षित है और विद्यार्थियों एवं अभिभावकों को इससे घबराने की कोई जरूरत नहीं है।

kirti