बेटी ने विदाई से पहले बाबुल के आंगन पेश कर दी अनूठी पहल

Thursday, Jul 19, 2018 - 09:45 PM (IST)

नादौन: बड़े ही खुशनसीब होते हैं वे लोग जिनके घर बेटियां जन्म लेती हैं। यह कोई कहावत नहीं, सच्चाई भी है। हर समय हंसी-ठिठोली करने वाली बेटियों की विदाई के समय परिजन ही नहीं, रिश्तेदारों सहित पूरा गांव गमगीन हो जाता है लेकिन यहां विदाई से पहले बेटी ने एक ऐसी अनूठी पहल कर दी जिसे सराहने के साथ-साथ इससे प्रेरणा लेकर अब इसे पूरी पंचायत में लागू करने का निर्णय लिया जा रहा है ताकि बाबुल का आंगन बेटी की विदाई के बाद सूना न रहे और पर्यावरण संरक्षण की दिशा में भी सराहनीय प्रयास हो। इसी सोच को लेकर पर्यावरण प्रेमी ज्योति शर्मा पुत्री राजेंद्र शर्मा निवासी गांव सरेड़ी ने ससुराल जाने से पहले पर्यावरण को बचाने के लिए अपने आंगन में अपने परिजनों के साथ अमरूद का पौधा रोपा और पर्यावरण को बचाने के लिए ऐसी पहल की जो नई पीढ़ी के लिए भी प्रेरणा स्रोत साबित हो सकती है।


रिश्तेदारों और ग्रामीणों ने की पहल की सराहना
बिजनैस एडमिनिस्ट्रेशन में स्नातकोत्तर ज्योति शर्मा को ब्याहने वीरवार को बारात आने वाली थी। उससे पहले उसने परिजनों के साथ मिलकर पौधारोपण किया। ज्योति का कहना है कि अंधाधुंध पेड़ कटने से पर्यावरण का संतुलन बिगड़ रहा है। इसलिए यदि सुखद भविष्य चाहते हैं तो ज्यादा से ज्यादा पौधे लगाएं। पेड़ों के बिना जीवन अधूरा है, पेड़ इंसान के बिना जीवित रह सकते हैं मगर इंसान पेड़ों के बिना नहीं रह सकता है। वहां मौजूद रिश्तेदारों और ग्रामीणों ने उसकी इस पहल की सराहना की। ग्रामीणों में पंचायत वार्ड सदस्य सुनीता देवी, उर्मिला देवी, प्रेमी देवी, प्रीतम चंद, सुनीता देवी, विमला देवी, नीलम कुमारी व सामाजिक कार्यकत्र्ता अशोक कुमार ने ज्योति शर्मा द्वारा गांव में अनोखी पहल शुरू करने पर खुशी व्यक्त की है।


शादी को यादगार बनाने के लिए इससे बेहतर और क्या हो सकता है
ज्योति का यह भी कहना था कि शादी को यादगार बनाने के लिए इससे बेहतर और क्या हो सकता है। ज्योति ने शादी के बाद या शादी के दिन हर दूल्हा-दुल्हन को कम से कम एक पौधा जरूर लगाने का भी संदेश दिया। इस मामले पर पंचायत प्रधान कुसुमलता ने बताया कि ज्योति शर्मा ने जो पहल गांव में शुरू की है इस पहल को पूरी पंचायत में लागू करने की कोशिश की जाएगी ताकि पर्यावरण को बचाया जा सके।

Vijay