Hamirpur: बेरोजगाराें युवाओं के भत्ते पर डाका, महिला डाटा एंट्री ऑप्रेटर ने किया लाखाें रुपए का गबन
punjabkesari.in Sunday, Jun 08, 2025 - 12:36 PM (IST)

हमीरपुर: हमीरपुर जिले के उप रोजगार कार्यालय मैहरे में बेरोजगार युवाओं के भत्ते की राशि में 6 लाख रुपए के गबन का मामला सामने आया है। पुलिस ने मामले में एक महिला डाटा एंट्री ऑप्रेटर को गिरफ्तार कर लिया है, जो पहले आऊटसोर्स आधार पर कार्यालय में सेवाएं दे चुकी है।
ऐसे सामने आया गबन का मामला
मामले का खुलासा उस वक्त हुआ जब कुछ पात्र युवाओं ने शिकायत की कि उनके खातों में बेरोजगारी भत्ता नहीं आ रहा है। जब इन शिकायतों की जांच की गई तो पता चला कि जिन लाभार्थियों को भत्ता मिलना था, उनकी रकम किसी और खाते में ट्रांसफर हो रही थी। गहन छानबीन के बाद यह तथ्य सामने आया कि ये रकम डाटा एंट्री ऑप्रेटर के निजी खाते में डाली जा रही थी।
लंबे समय से कर रही थी धोखाधड़ी
जानकारी के अनुसार आरोपी महिला वर्ष 2017 से उप रोजगार कार्यालय मैहरे में आऊटसोर्स के तहत कार्यरत थी। हालांकि एक साल पहले उसे नौकरी से हटा दिया गया था। प्रारंभिक जांच में पता चला है कि उसने 2021-22 के दौरान बेरोजगारी भत्ते की राशि को लाभार्थियों को ट्रांसफर करने की बजाय अपने बैंक खाते में स्थानांतरित किया। इससे वह करीब 6 लाख रुपए का गबन करने में सफल रही। बता दें कि सरकार द्वारा पात्र बेरोजगार युवाओं को प्रति माह एक हजार रुपए भत्ते के रूप में दिए जाते हैं, लेकिन आरोपी महिला ने सिस्टम की जानकारी का दुरुपयोग करते हुए यह रकम खुद हड़प ली।
हैड ऑफिस से मिली जांच की रिपोर्ट के बाद दर्ज हुआ मामला
पिछले वर्ष इस संदिग्ध लेन-देन की रिपोर्ट जिला कार्यालय से राज्य मुख्यालय शिमला को भेजी गई थी। शिमला स्थित मुख्यालय से जांच के आदेश मिलने के बाद जिला रोजगार अधिकारी ने हमीरपुर पुलिस में मामला दर्ज करवाया।
पुलिस ने आरोपी महिला को रिमांड पर लिया
डीएसपी हमीरपुर लालमन शर्मा ने बताया कि पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए महिला आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। अदालत में पेश करने के बाद उसे पा5 दिन के पुलिस रिमांड पर भेजा गया है। रिमांड के दौरान उससे यह पता लगाने की कोशिश की जाएगी कि क्या इस गबन में कोई अन्य व्यक्ति भी शामिल था और उसने राशि को कैसे ट्रांसफर किया।
क्या कहते हैं अधिकारी
पुलिस व रोजगार विभाग अब आरोपी महिला के बैंक खातों, लेन-देन विवरण और कार्यालय के सॉफ्टवेयर एक्सेस की पूरी जांच करेंगे। विभागीय अधिकारियों का कहना है कि ऐसी घटनाएं रोजगार कार्यालय जैसी संवेदनशील संस्थाओं की विश्वसनीयता को प्रभावित करती हैं और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए अतिरिक्त सुरक्षा तंत्र स्थापित किया जाएगा।
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