परवाणु में बारिश से धंसी जमीन, 32 मकानों पर मंडराया खतरा

Tuesday, Sep 25, 2018 - 09:29 PM (IST)

परवाणु: शहर के सैक्टर-4 में गरीब लोगों के लिए आई.एच.एस.डी.पी. के तहत बने 192 मकानों में से 32 मकानों को खतरा पैदा हो गया है। यहां पर पूरा एक ब्लॉक खतरे की जद्द में आ गया है और 32 परिवारों को बेघर होने का डर सता रहा है। यह खतरा पिछले दिनों हुई तेज बारिश के कारण साथ लगते नाले में पानी के बढऩे के कारण जमीन धंसने के कारण हुआ है। प्रभावितों की मानें तो यह नगर परिषद परवाणु व हिमुडा की लापरवाही के कारण हुआ है क्योंकि मकान बनाते समय यदि हिमुडा नाले से ही सुरक्षा प्रदान करती तो जमीन नहीं धंसती। नगर परिषद व हिमुडा के अधिकारियों ने मौके पर लोगों से बात कर खतरा बढऩे पर उनको दूसरी जगह पर शिफ्ट करने का आश्वासन दिया है।

नहीं दी सुरक्षा तो देंगे धरना
नगर परिषद के पूर्व उपाध्यक्ष राम ध्यान ने जल्द ब्लॉक को सुरक्षा न देने पर आंदोलन की चेतावनी दी है। उन्होंने कहा कि यह सभी हिमुडा की लापरवाही है। जल्द यहां पर सुरक्षा की जानी चाहिए ताकि लोग बेघर होने से बच सकें। यदि आने वाले 2-3 दिन में ऐसा नहीं होता है तो पूरे 32 परिवारों के साथ हिमुडा व नगर परिषद परवाणु के खिलाफ धरना दिया जाएगा।

प्रशासन को करवाना पड़ेगा अवगत
नगर परिषद परवाणु के अधिशासी अभियंता आर.सी. भाटिया ने बताया कि यह प्राकृतिक आपदा है। हमने घर बनाकर नगर परिषद को सौंपे हंै। नगर परिषद परवाणु ही इसकी देखरेख करती है। इस बारे में जिला प्रशासन को अवगत करवाना पड़ेगा और प्रशासन जिससे भी एस्टीमेट मांगेगा उसे एस्टीमेट देना पड़ेगा और फिर उसके बाद ही काम किया जाएगा।

सुरक्षा प्रदान करना नगर परिषद का कार्य नहीं
नगर परिषद परवाणु के कार्यकारी अधिकारी सुधीर कुमार शर्मा नाले में पानी बढऩे के कारण नीचे से कटिंग हो गई, जिसके कारण ब्लॉक के सामने लगी रेलिंग से जमीन धंस गई। यहां पर सुरक्षा प्रदान करना नगर परिषद का कार्य नहीं है क्योंकि इसका निर्माण हिमुडा ने किया है और हिमुडा को निर्माण कार्य करने से पहले पता होना चाहिए कि भवन को सेफ्टी किस तरह से देनी है। इसके अलावा बारिश से हुए नुक्सान की रिपोर्ट में इसकी भी रिपोर्ट बनाकर प्रशासन को भेजी जा रही है।

Vijay