बर्फ के आगोश में लिपटी स्पीति वैली में दांचग उत्सव की धूम, स्नो फैस्टिवल का भी आगाज

Friday, Feb 25, 2022 - 05:06 PM (IST)

काजा (ब्यूरो): बर्फ के आगोश में लिपटी स्पीति घाटी के रंगरीक गांव में दांचग उत्सव बड़े हर्षोल्लास से मनाया गया। इसी के साथ घाटी में स्नो फैस्टिवल का आगाज भी हुआ। दांचग उत्सव में नायब तहसीलदार प्रेम चंद ने बतौर मुख्यातिथि शिरकत की। दांचग उत्सव हर साल स्पीति के हर गांव में मनाया जाता है। इसमें 15 से लेकर 60 वर्ष की आयु के लड़के और पुरुष ही हिस्सा लेते हैं। इस परम्परा में पूरे गांव के लोग एक जगह एकत्रित होते हैं और जो लड़का 15 वर्ष की आयु इस मौके पर पूरी करता है बशर्त उसके माता-पिता जीवित होने चाहिए। वह दांचग में तीरदांजी का मुखिया होता है। सारे गांव के 15 से 60 वर्ष के पुरुष मुखिया के पीछे चलते हैं और उस स्थल पर पहुंचते हैं। जहां पर बर्फ से बना स्नो मैन होता है और सारे स्नो मैन पर तीर छोड़ते हैं। इसके साथ ही मशाल भी जलाई होती है। 

दांचग उत्सव के पीछे ये है मान्यता

दांचग उत्सव के पीछे मान्यता यह है कि यहां पर भारी बर्फबारी होती रहे तथा आने वाली फसल काफी अच्छी रहे। इसी खुशी में सामूहिक लोकनृत्य करते हैं। रंगरीक में हुए दांचग उत्सव में 15 साल के नोरबू तीरदांजी के मुखिया थे। नोरबू हाल ही में 15 वर्ष के हुए हैं। इस मौके पर महिलाओं ने टशी नृत्य पेश किया और पुरुषों ने खर नृत्य पेश किया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए नायब तहसीलदार प्रेम चंद ने कहा कि स्नो फैस्टिवल का आयोजन पिछले वर्ष भी काफी धूमधाम से किया गया। वहीं इस वर्ष भी स्पीति में स्नो फैस्टिवल के आयोजन के लिए 4 जोन में बांटा गया। रंगरीक गांव भी तुद जोन में आता है, ऐसे में स्पीति घाटी का पहला कार्यक्रम रंगरीक में हुआ है। स्नो फैस्टिवल से पर्यटकों की आवाजाही यहां बढ़ती है। वहीं सर्दियों में लोग अपने घरों तक सीमित होते हैं लेकिन ऐसे आयोजन से उन्हें एकत्रित होने का अवसर मिल जाता है। स्नो फैस्टिवल में मुख्य तौर पर रंगरीक पंचायत की प्रधान देचेन आंगमो  नंबरदार शरब ज्ञालसन सहित कई गण्यमान्य सहित गांव वासी मौजूद रहे।

60 वर्ष से अधिक आयु के बुजुर्गों को किया सम्मानित

स्नो फैस्टिवल के दौरान दांचग उत्सव का आकर्षण इस बार 60 वर्ष से अधिक आयु के पुरुष रहे। आयोजनकर्ताओं ने 60 वर्ष से अधिक आयु के पुरुषों को खतक पहनाकर सम्मानित किया। इसमें सबसे बुजुर्ग 72 वर्षीय टशी दोरजे, थुकतन, तेंजिन छोडा, छेरिंग तन्पा, तंडुप  टशी, दोरजे  अंगचुक,छेडप दोरजे, दोरजे तेंजिन, टशी तोबते, लोदन, फुंचोग छेरिंग, रतन सिंह, टशी अंगरूप, छेतन फुन्चोक, सोनम टशी, सोनम छोकतन और टशी तेजिंन को सम्मानित किया गया।

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Content Writer

Vijay