देश के 132 प्रदूषित शहरों में डमटाल भी शामिल

punjabkesari.in Wednesday, Sep 08, 2021 - 12:01 PM (IST)

डमटाल (सिमरन): देश के 132 प्रदूषित शहरों में जिला कांगड़ा का डमटाल भी शामिल हो गया है। डमटाल में प्रदूषण को कम करने के लिए संबंधित विभागों ने कार्ययोजना बनाना शुरु कर दिया है। इसी कड़ी में स्वच्छ पवन नीला गगन सरकार द्वारा चलाई गई मुहिम को अमलीजामा पहनाने के लिए पर्यावरण विभाग ने इंदौरा एसडीएम कार्यालय में सभी विभागों के साथ बैठक की, जिसकी अध्यक्षता एसडीएम इंदौरा सोमिल गौतम ने की। पर्यावरण विभाग के अधीक्षण अभियंता आरके नड्डा ने सभी विभागों और मौजूद व्यापारी वर्ग को प्रदूषण कम करने के लिए कई महत्वपूर्ण सुझाव दिए।
एनजीटी द्वारा देश के कुल 132 शहरों को सबसे अधिक प्रदूषित शहर घोषित किया है, जिसमें जिला कांगड़ा के विधानसभा क्षेत्र इंदौरा का औद्योगिक क्षेत्र डमटाल उनमें से एक हैं। डमटाल का वायु प्रदूषण का ग्राफ पहले से कही अधिक बढ़ा है जिसके लिए एनजीटी ने पर्यावरण विभाग को डमटाल में प्रदूषण को कम करने के लिए निर्देश जारी करते हुए महत्वपूर्ण कदम उठाने को कहा है।
एसडीएम कार्यालय इंदौरा में पर्यावरण विभाग और अन्य विभागों व औद्योगिक व्यापारियों के साथ रखी विशेष बैठक में पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड के अधीक्षण अभियंता आरके नड्डा ने कहा कि सरकार द्वारा डमटाल में बढ़ते प्रदूषण पर गहरी चिंता जताई है तथा इसे कम करने के लिए विशेष बजट का प्रावधान किया गया है जिसको सभी विभागों के सपुर्द किया जा रहा है ताकि विभाग अपने अपने स्तर पर डमटाल में प्रदूषण को खत्म करने के लिए अहम कदम उठाए और लोगों को जागरूक करने के लिए विशेष तौर पर बैठकों का आयोजन करे।
उन्होंने डमटाल में लगे उद्योगों, ईंट के भट्टों आदि को पॉल्यूशन मानकों के तहत संयंत्र लगाने के लिए कहा है। बीडीओ इंदौरा, वन विभाग, एग्रीकल्चर ओर हॉर्टिकल्चर, खनन, आरटीओ और पुलिस मौजूद समस्त विभागों को डमटाल में प्रदूषण कम करने के लिए अपने स्तर पर कार्य करने को कहा है। इस अवसर पर इंदौरा खंड विकास अधिकारी कर्ण ङ्क्षसह नरयाल, डमटाल इंडस्ट्री के अध्यक्ष अश्वनी कुमार, उद्योगपति राज ओबेरॉय व सभी विभागों के एसएमएस व पुलिस विभाग के अधिकारी मौजूद रहे।
डमटाल में किया जाएगा पौधारोपण
एसडीएम इंदौरा सोमिल गौतम ने कहा कि डमटाल में प्रदूषण कम करने के लिए प्रशासन जल्द विशाल भूमि को चिन्हित करेगा और उस पर प्रशासन व समाज सेवी संस्था पौधारोपण करेगी। वहीं डमटाल राम गोपाल की गौशाला में सैंकड़ों पौधे लगाए जाएंगे। डमटाल को स्वच्छ बनाने के लिए डमटाल औद्योगिक व्यापारियों और अन्य समाज सेवी संस्थाओं के साथ मिलकर डमटाल को प्रदूषण मुक्त करने के लिए कई तरह के कदम उठाए जा रहे हैं।
पर्यावरण विभाग के सहायक अभियंता अरुण कुमार गुप्ता ने बताया कि लोग कूड़े-कचरे को जलाने से बचे और खेत खलिहानों में फ सल काटने के बाद आग न लगाएं और न ही पुराने वाहनों का समय-समय पर प्रदूषण प्रमाण पत्र बनाए और किसी भी प्रकार का कूड़ा कचरा खुले में न फेंके व पॉलीथिन का इस्तेमाल न करें। ऐसा करने से ही प्रदूषण मुक्त डमटाल बनाया जा सकता है।


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News Editor

Rajneesh Himalian

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