डैमेज कंट्रोल में जुटी कांग्रेस-भाजपा, बागियों को मनाने के लिए अपनाया यह तरीका

Wednesday, Oct 25, 2017 - 09:49 AM (IST)

शिमला (कुलदीप/राक्टा): पार्टी टिकट न मिलने पर कांग्रेस-भाजपा से नाराज नेताओं को मनाने का दौर शुरू हो गया है। कांग्रेस और भाजपा ने डैमेज कंट्रोल के लिए अपने ही तरीके से रणनीति बनाई है, जिसमें स्थानीय नेताओं के साथ वरिष्ठ नेताओं को मनाने का जिम्मा सौंपा गया है। बगावत करके चुनाव मैदान में उतरे नेताओं को नामांकन वापसी तक मनाने का क्रम जारी रहेगा। इसके बावजूद यदि बागी 26 अक्तूबर तक अपना नाम वापस नहीं लेते हैं तो पार्टी की तरफ से उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। 


दोनों दलों ने रणनीति के तहत बागियों को मनाने के लिए कमेटियों का किया गठन
सूत्रों के अनुसार दोनों दलों ने रणनीति के तहत बागियों को मनाने के लिए कमेटियों का गठन किया है जो बागियों से संपर्क साध रही हैं। कांग्रेस की तरफ से मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के अलावा उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत, हिमाचल प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू और हिमाचल प्रदेश कांग्रेस प्रभारी एवं राष्ट्रीय महासचिव सुशील शिंदे को बागियों को मनाने का दायित्व सौंपा है। ये नेता पार्टी के अधिकृत प्रत्याशियों के खिलाफ खड़े हुए समानांतर प्रत्याशियों को मनाएंगे। उधर, भाजपा के प्रदेश प्रभारी मंगल पांडेय और प्रदेशाध्यक्ष सतपाल सिंह सत्ती खुद बागियों को मनाने में जुट गए हैं। इन नेताओं के निर्देश पर बागियों को अंतिम समय तक मनाया जाएगा। भाजपा के अलावा संघ से जुड़े पदाधिकारी भी इस काम को देख रहे हैं। 


कांग्रेस में वीरभद्र मनाएंगे बागियों को
कांग्रेस प्रत्याशियों के खिलाफ चुनावी मैदान में उतरे अपनी ही पार्टी के नेताओं व पदाधिकारियों को मनाने में मुख्यमंत्री की अहम भूमिका रहेगी। इसी कड़ी में मुख्यमंत्री ने मंगलवार को शिमला में बैठक की और बागियों को किस तरह मनाया जाए, उसकी रूपरेखा तैयार की। धामी की कांग्रेस में हुई वापसी को भी इस क्रम से जोड़कर देखा जा रहा है। उधर, मनाली विधानसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी के खिलाफ आजाद प्रत्याशी के तौर पर नामांकन भरने वाले धर्मवीर धामी की पार्टी में वापसी हो गई है। ऐसे में माना जा रहा है कि वह कांग्रेस प्रत्याशी हरि चंद शर्मा के समर्थन में अब अपना नामांकन वापस ले लेंगे। सूत्रों के अनुसार मुख्यमंत्री के कहने पर उनकी वापसी संगठन में की गई है। सुक्खू ने वरिष्ठ नेता धर्मवीर धामी का निष्कासन रद्द करते हुए उन्हें पार्टी में वापस लेने के आदेश भी जारी कर दिए हैं।


भाजपा में डैमेज कंट्रोल को लेकर बैठक
भाजपा में डैमेज कंट्रोल की कवायद तेज हो गई है। पार्टी के संगठन ने चुनाव जीतने के लिए अपना प्रचार अभियान आक्रामक करने और रूठों को मनाने के लिए विशेष रणनीति तैयार की है। इस संदर्भ में हमीरपुर के बड़ू में सोमवार देर रात्रि शीर्ष नेताओं की बैठक हुई। इसमें पार्टी के केन्द्रीय संगठन मंत्री राम लाल के अतिरिक्त पूर्व सी.एम. धूमल, पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष सतपाल सत्ती व संगठन मंत्री सहित कई अन्य पदाधिकारी भी मौजूद थे। इस बात पर गहन मंथन हुआ कि आखिर पार्टी प्रत्याशियों के बराबर पर्चा दाखिल कर चुके विरोधियों को किस तरीके से मनाया जाए। बताया जा रहा है कि इस पर खास रणनीति भी तैयार की गई। पार्टी नेताओं ने प्रधानमंत्री सहित राष्ट्रीय अध्यक्ष के दौरों पर भी रणनीति बनाई है। किस-किस जगह कौन-सा नेता प्रचार के लिए जाएगा इस पर भी रूपरेखा तैयार की गई है। 


इन स्थानों पर बागी कर रहे बगावत
हिमाचल प्रदेश में कई स्थानों पर कांग्रेस और भाजपा के समानांतर प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं। इसके तहत कसुम्पटी विधानसभा क्षेत्र से भाजपा प्रत्याशी एवं मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह की पत्नी प्रतिभा सिंह की भाभी विजय ज्योति सेन के खिलाफ उनके ही देवर पृथ्वी विक्रम सेन बगावत पर उतर आए हैं। रामपुर में पूर्व मंत्री सिंघी राम ने कांग्रेस प्रत्याशी एवं सी.पी.एस. नंद लाल और शिमला शहर में हरीश जनारथा ने कांग्रेस प्रत्याशी हरभजन सिंह भज्जी के खिलाफ बगावत कर दी है। पालमपुर से भाजपा प्रत्याशी इंदु गोस्वामी के खिलाफ पूर्व विधायक प्रवीण शर्मा और चंबा में भाजपा प्रत्याशी पवन नैयर के खिलाफ विधायक बी.के. चौहान टिकट न मिलने पर चुनाव मैदान में हैं। फतेहपुर में भाजपा प्रत्याशी कृपाल परमार के खिलाफ पूर्व मंत्री डा. राजन सुशांत ने बगावत की है। इसके अलावा कांग्रेस के बागियों में भरमौर से जनम सिंह, लाहौल-स्पीति में राजेंद्र करपा, मनाली में प्रेम शर्मा, कुल्लू में रेणुका डोगरा, नाचन में संजू डोगरा, द्रंग में पूर्ण चंद ठाकुर, भोरंज में प्रेम कौशल, ऊना में राजीव गौतम, बिलासपुर में पूर्व विधायक तिलकराज तथा नालागढ़ में मुख्यमंत्री के करीबी बावा हरदीप सिंह ने नामांकन पत्र दाखिल करके बगावत कर दी है, साथ ही भाजपा में भरमौर में ललित ठाकुर, मनाली में मोहिंद्र ठाकुर, हरोली में रविंद्र मान तथा रेणुका में हृदय राम ने बगावत करके नामांकन पत्र दाखिल किया है।