मृतक दलित नेता की पत्नी ने DGP से लगाई न्याय की गुहार, कहा-परिवार को भी जान का खतरा

Saturday, Sep 08, 2018 - 11:18 PM (IST)

शिमला: मृतक दलित नेता केदार सिंह जिंदान की पत्नी शनिवार को प्रदेश पुलिस मुख्यालय में डी.जी.पी. एस.आर. मरड़ी से मिली और न्याय की गुहार लगाई। हेमलता अपनी बेटी व रिश्तेदारों संग पुलिस मुख्यालय में पहुंची थी। डी.जी.पी. को सौंपे गए शिकायत पत्र में मृतक की पत्नी ने शव का आई.जी.एम.सी. में पोस्टमार्टम करवाने की मांग उठाई। उन्होंने कहा कि उनके पति काफी समय पहले से दलित हित में काम कर रहे थे। उन्होंने कहा कि 5 दिन पहले उनके पति गांव बकरास गए थे। पिछले दो-तीन दिनों से उन्हें जान से मारने की धमकियां दी जा रही थीं।

बैठक बुलाकर रचा हत्या का षड्यंत्र
उनका कहना था कि बकरास में रहने वाले कुछ लोगों ने एक बैठक बुलाकर उनके पति की हत्या करने का षड्यंत्र रचा। बीते दिन उन्हें दिन में 11 बजे के करीब सड़क पर बुलाया गया। इसके बाद हथियारों व सरियों से लैस गांव के दर्जनों लोग वहां आ धमके। इसके बाद पति पर हमला कर दिया। उनकी गर्दन पर कई वार किए गए। बाद में जय प्रकाश व उसके साथियों ने सिर को गाड़ी से कुचल दिया। जिंदान की पत्नी ने कहा कि उनके पति की हत्या के बाद अब उन्हें व उनके परिवार को भी जान का खतरा है। उन्होंने दोषियों को गिरफ्तार करने की मांग उठाई है।   

कड़ी सुरक्षा के बीच हुआ पोस्टमार्टम
केदार सिंह जिंदान के शव का कड़ी सुरक्षा के बीच पोस्टमार्टम हुआ। शनिवार को दिन के समय सिरमौर से शव शिमला लाया गया। तकरीबन 5.30 बजे के करीब शव शिमला पहुंच गया था। पोस्टमार्टम लैब के बाहर लोगों की काफी मात्रा में भीड़ लगी रही। शिमला में शव का पोस्टमार्टम इसलिए हुआ क्योंकि मृतक जिंदान की पत्नी ने पुलिस से मांग की थी कि शव का आई.जी.एम.सी. में ही पोस्टमार्टम हो।

Vijay