कोरोना के दौर में सूने पड़े डल्हौजी-खजियार, पर्यटन कारोबारी झेल रहे मंदी की मार

punjabkesari.in Wednesday, Jun 17, 2020 - 09:33 PM (IST)

डल्हौजी (ब्यूरो): कोरोना महामारी के दौर में पर्यटन नगरी डल्हौजी के सभी पर्यटन स्थल सुनसान नजर आ रहे हैं, वहीं मिनी स्विट्जरलैंड के नाम से विख्यात जिला चम्बा का प्रमुख पर्यटन स्थल खजियार भी कोरोना महामारी से उत्पन्न मंदी की मार से अछूता नहीं है। यह पर्यटन स्थल जून माह में समर सीजन में होता था लेकिन मौजूदा हालात में यहां की हसीन वादियां पर्यटकों के बिना सुनसान नजर आ रही हैं, जिससे यहां के सभी छोटे-बड़े पर्यटन कारोबारियों को रोजी रोटी का जुगाड़ करना मुश्किल हो गया है। घोड़े वाले, टैक्सी संचालक, होटल कारोबारी, ढाबे व रैस्टोरैंट संचालकों सहित कई रेहड़ी-फड़ी वाले भी मंदी के दौर से गुजर रहे हैं।
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स्थानीय लोगों का कहना है कि खजियार में तो एक हिसाब से दिसम्बर माह में ही लॉकडाऊन लग गया था जब बर्फबारी के कारण डल्हौजी-खजियार मार्ग बंद हो गया था। मार्च में मार्ग बहाल होने से कारोबारियों को पर्यटन सीजन की उम्मीद बंधी ही थी कि कोरोना महामारी के कारण सभी पर्यटन गतिविधियां बंद होने से निराशा का सामना करना पड़ा जोकि अभी भी जारी है।

होटल कारोबारी विक्रम नरूला ने बताया कि कोरोना महामारी के बाद पर्यटन गतिविधियां बंद होने से खजियार में सभी प्रकार के व्यापारिक प्रतिष्ठान बंद पड़े हैं जिससे सभी पर्यटन कारोबारी मंदी की मार से जूझ रहे हैं। स्थानीय निवासी राकेश शर्मा का कहना है कि यहां पर मौजूदा हालात में पर्यटन पर्यटन गतिविधियों के बंद होने से सभी युवा बेरोजगार हो गए हैं जिससे उन्हें रोजी रोटी का संकट खड़ा हो गया है।

सब्जी विक्रेता विक्रम ने बताया कि जून माह में सामान्य दिनों में पर्यटन सीजन ज्यादा रहता था जिससे यहां की ठंडी व हसीन वादियों का लुत्फ उठाने के लिए बाहरी राज्यों से आने वाले पर्यटकों की आवाजाही रहती थी लेकिन मौजूदा हालात में एक भी पर्यटक यहां नहीं पहुंच पाया है। लिहाजा यहां के पर्यटन कारोबारियों ने प्रदेश सरकार से मांग की है कि कारोबारियों की आर्थिक मदद के साथ-साथ जल्द से जल्द ऐसी योजना बनाई जाए जिससे फिर से यहां पर्यटन गतिविधियां शुरू हो सकें  और लोग अपनी सामान्य दिनचर्या में लौट सकें।


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Vijay

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