डल्हौजी देश का पहला ऐसा स्थान जहां विराजमान हैं राष्ट्रपिता की दो मूर्तियां

Sunday, Jul 28, 2019 - 02:35 PM (IST)

चम्बा (विनोद): देश में महज डल्हौजी एक ऐसा स्थान होगा जहां राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का एक नहीं बल्कि दो पुतले मौजूद हैं और इन दोनों पुतलों के बीच महज 10 फुट की दूरी है। ऐसे में जिस भी व्यक्ति की इन मूर्तियों पर नजर पड़ती है तो वह यह कहने के लिए मजबूर हो जाता है कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का जब एक स्टैच्यू मौजूद था तो फिर दूसरा बनाने की क्या जरूरत थी। अफसोस की बात तो यह है कि बापू की दो मूर्तियों को बनवाने में तो उपमंडल प्रशासन ने रूचि दिखा दी लेकिन वर्षों पहले बनी मूर्ति को अब उसके हाल पर छोड़ दिया गया है। यही कारण है कि बापू की पुरानी मूर्ति अब इस कदर खस्ता हालत में पहुंच गई है कि जगह-जगह से वह टूटनी शुरू हो गई है। 

डल्हौजी के गांधी चौक में मौजूद इस पुरानी मूर्ति की बनी हुई छड़ी अब इस कदर खस्ता हालत में पहुंच चुकी है कि वह किसी भी समय टूट कर गिर सकती है। यही नहीं इस मूर्ति का जगह-जगह से रंग उतर चुका है तो साथ ही देश को स्वच्छता का पाठ पढ़ाने वाले बापू की मूर्ति इस समय खुद गंदी हुई पड़ी है। नई मूर्ति की बात करें तो उसे जिस प्लेटफोर्म पर बनाया गया है वह भी जगह-जगह से क्षतिग्रस्त हो गया है। राम कुमार, सुरेंद्र कुमार, योगराज, सोहन सिंह, जमीत सिंह, कुलविंद्र, चतर सिंह, हेमराज, जोगिंद्र सिंह, अरमिंद्र सिंह, मनजीत सिंह व केशव राम का कहना है कि पहले तो पुरानी बापू की मूर्ति के आगे पुलिस गुमटी बना कर मूर्ति को ढक्क दिया गया।

उसके बाद उससे चंद फुट की दूसरी पर मूर्ति बनाकर बापू के नाम एक मजाक बना दिया गया। बेहतर है कि प्रशासन पुरानी मूर्ति को यहां से हटा दे। अब स्थिति यह है कि दो-दो मूर्तियां तो डल्हौजी के गांधी चौक में स्थापित कर दी गई हैं लेकिन सही मायने में एक की भी सुध नहीं ली जा रही है। ऐसे में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के इन पुतलों को लोगों के आगे प्रशासन ने मजाक बना कर रख दिया है। लोगों का कहना है कि जिला प्रशासन को इन मूर्तियों की जल्द सुध लेनी चाहिए ताकि राष्ट्रपिता अपने ही देश में बेगाने नजर न आएं।

Ekta