दैनिक भोगी चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों को रैगुलर करो नहीं तो होगा प्रदर्शन

Monday, Jul 15, 2019 - 06:10 PM (IST)

धर्मशाला (जिनेश): आयुर्वेद विभाग के दैनिक भोगी चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी महासंघ का एक प्रतिनिधिमंडल संघ के प्रदेश अध्यक्ष तरसेम कुमार की अध्यक्षता में डी.सी. कांगड़ा से मिला और अपनी मांगों को लेकर डी.सी. कांगड़ा के माध्यम से मुख्यमंत्री व स्वास्थ्य मंत्री को मांग पत्र प्रेषित किया। डी.सी. कांगड़ा के माध्यम से मुख्यमंत्री को सौंपे मांग पत्र में कहा गया है कि आयुर्वेद विभाग में दैनिक वेतन भोगी चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी 20 वर्षों से अपनी सेवाएं दे रहे हैं लेकिन आजदिन तक नियमित नहीं हो पाए हैं। उक्त कर्मचारी प्रदेश सरकार से कई बार मिलकर नियमितीकरण की मांग भी रख चुके हैं लेकिन आश्वासन के सिवाय आज तक कोई भी हल नहीं हुआ है।

वर्ष 2017 में लिया निर्णय, आज तक नहीं हुए नियमित

वर्ष 2017 में प्रदेश सरकार ने कैबिनेट में यह निर्णय लिया था कि जिन विभागों में दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी 5 वर्ष व 1 वर्ष के 240 दिन व 30 सितम्बर तथा 30 मार्च तक आर. एंड पी. नियमों को पूरा करते हैं, उन्हें नियमित किया जाएगा लेकिन आयुर्वेद विभाग में सभी प्रदेश सरकार के नियमों और शर्तों को पूरा करते हुए नियमित नहीं हुए हैं जबकि अन्य विभाग के कर्मचारी इन नियमों के तहत नियमित हो गए हैं। संघ के पदाधिकारियों का कहना है कि वर्ष 2000 व 2001 में इन कर्मचारियों को भाजपा सरकार ने ही नियुक्तियां दिलाई हैं। 20 वर्षों की सेवा देने के उपरांत नियमितीकरण की आस में कई कर्मचारियों की अकस्मात मृत्यु हो गई और कई कर्मचारी दैनिक भोगी पद पर ही सेवानिवृत्त हो गए और कुछ रिटायर होने की कगार पर हंै। कर्मचारियों का कहना है कि उन्हें न पैंशन का प्रावधान है और न ही ग्रैच्युटी की सुविधा है।

मुहं पर काली पट्टियां बांधकर करेंगे प्रदर्शन

नियमितीकरण के न होने पर महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष तरसेम कुमार व प्रदेश महासचिव मोहर सिंह व प्रदेश उपाध्यक्ष विमल कुमार ने निर्णय लिया है कि प्रदेश सरकार 20 दिनों में 200 रिक्त पदों को भरने का कोई प्रावधान नहीं करती है तो महासंघ 5 अगस्त को जिला कांगड़ा के पालमपुर में मुंह पर काली पट्टियां बांधकर रोड प्रदर्शन करेगा और नियमितीकरण के लिए सरकार के प्रति भारी रोष प्रकट करेगा। 5 अगस्त के बाद आयुर्वेद मंत्री विपिन कुमार के घर के समक्ष सभी कर्मचारी मुंह पर काली पट्टियां बांधकर धरने पर बैठ जाएंगे। उन्होंने कहा कि यह धरना तब तक जारी रहेगा जब तक प्रदेश सरकार उक्त कर्मचारियों को न्याय नहीं दे देती।

Vijay