बीजेपी पार्षद के साथ मारपीट का वीडियो वायरल

Tuesday, Jul 04, 2017 - 02:11 PM (IST)

शिमला: शोघी के समीप सोनू बंगला के पास 6 युवकों द्वारा कच्चीघाटी के पार्षद संजय परमार के साथ मारपीट करने का मामला सामने आया है। मारपीट में पार्षद को चोटें आई हैं। यह घटना देर सायं पौने 7 बजे के करीब पेश आई, ऐसे में घटना के बाद भाजपा के विधायक सुरेश भारद्वाज सहित कई वरिष्ठ नेता व कार्यकर्ता बालूगंज थाना पहुंचे और पुलिस को मारपीट के बारे में अवगत करवाया, वहीं 6 युवकों के खिलाफ पुलिस से मामला दर्ज व उन्हें गिरफ्तार करने की मांग की है। वहीं कुछ ही देर के बाद थाने के पास माहौल एकदम से गर्मा गया और भाजपा के नेता सहित कार्यकर्ताओं ने धरना-प्रदर्शन किया तथा आरोपियों के खिलाफ उच्च स्तरीय कार्रवाई करने की मांग की।

चंडीगढ़ से शिमला आ रहा थे पार्षद
सूत्रों से पता चला है कि कच्चीघाटी के पार्षद संजय परमार चंडीगढ़ से शिमला आ रहे थे, वहीं सोनू बंगला के पास 6 युवकों ने उनकी गाड़ी रोकी और उनसे मारपीट की। पुलिस ने गंभीर हालत में पार्षद को मैडीकल के लिए अस्पताल भेजा है। मैडीकल रिपोर्ट आने के बाद ही पुलिस आगामी कार्रवाई करेगी। फिलहाल पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है और छानबीन करने में जुटी है।

पहले कांग्रेस का करते थे समर्थन 
बता दें कि पार्षद संजय परमार पहले कांग्रेस का समर्थन करते थे लेकिन नगर निगम चुनाव से पहले भाजपा में शामिल हो गए थे। बताया जा रहा है कि इसी की वजह से यह घटना पेश आई है। बाकी सच्चाई का पता पुलिस की कार्रवाई के बाद ही चल पाएगा। पार्षद संजय परमार सहित कार्यकर्ता ने अमित कोहली, जितेंद्र, दीपक, सुनील व 2 अन्य आरोपियों पर मारपीट करने का आरोप लगाया है। पुलिस इन्हें गिरफ्तार भी कर सकती है।

सोची-समझी साजिश के तहत हुई मारपीट : भारद्वाज
स्थानीय एम.एल.ए. सुरेश भारद्वाज ने कहा कि यह सब कुछ युकां अध्यक्ष विक्रमादित्य सिंह की वजह से हुआ है क्योंकि जब पार्षद के साथ मारपीट हुई तो आरोपी युवकों ने यह भी बताया कि विक्रमादित्य के साथ नगर निगम चुनाव के दौरान गलत किया है और कांग्रेस के साथ धोखा किया है। इससे स्पष्ट होता है कि विक्रमादित्य के दिशा-निर्देशानुसार ही पार्षद के साथ मारपीट हुई है। 

मारपीट को लेकर मामला दर्ज 
थाना बालूगंज के एस.एच.ओ. गौरी दत्त शर्मा ने बताया कि पार्षद के साथ मारपीट को लेकर मामला दर्ज कर आगामी कार्रवाई शुरू कर दी गई है और पार्षद को मैडीकल के लिए अस्पताल भेज दिया है। यह लड़ाई कैसे हुई है छानबीन के बाद ही सही रूप से पता चल पाएगा।