कफ सेंटर स्थापित, खांसी, जुकाम-बुखार पीड़ितों दिए जाएंगे रेड कार्ड

Friday, Mar 20, 2020 - 12:40 PM (IST)

ऊना (विशाल) : क्षेत्रीय अस्पताल ऊना में कोरोना वायरस के मद्देनजर कफ सेंटर स्थापित कर दिया गया है। इस सेंटर में उन मरीजों को पहले ही चिंहित कर लिया जाएगा, जोकि खांसी, बुखार और जुकाम से पीड़ित होंगे और ऐसे मरीजों की पहचान करते हुए उन्हें सीधे चिकित्सक तक पहुंचाया जाएगा। ऐसे मरीज को ओपीडी में लगी कतारों में नहीं लगना पड़ेगा और उन्हें चिकित्सकों द्वारा प्राथमिकता के आधार पर चैक किया जाएगा व उसको उपचार दिया जाएगा। 

क्षेत्रीय अस्पताल के एंट्री गेट पर स्थापित इस कक्ष में 2 कर्मचारियों को तैनात किया गया है। उक्त कर्मचारी खांसी, जुकाम और बुखार से पीड़ित मरीज की पहचान करते हुए उन्हें एक रेड कार्ड देंगे। रेड कार्ड देने के साथ-साथ उक्त मरीज को यह भी बताया जाएगा कि उसको उपचार के लिए किस चिकित्सक के पास कितने नंबर कक्ष में जाना है। उक्त रेड कार्ड दिखाते हुए मरीज बिना लाइन में लगे अपना जल्द उपचार करवा सकता है।

फ्रांस से आए 2 मरीजों को चैकअप के लिए भेजा

जिला प्रशासन ने फ्रांस से लौटे 2 ट्रैवलर्स का शुक्रवार को कांगड़ा में चिकित्सीय परीक्षण करवाया है। दोनों को एंबुलेंस के माध्यम से कांगड़ा के क्वारंटीन सेंटर में भेजा गया। जहां उसके चिकित्सीय परीक्षण सही पाए गए हैं। दोनों को वापस उनके गांव लाया गया जहां दोनों को अगले 14 दिन तक रोजाना चैक किया जाएगा।

मीटिंग में पहुंच गए चिकित्सक, मांगे मास्क

मास्का को लेकर क्षेत्रीय अस्पताल में छिड़े मुद्दे ने आज उस समय भयंकर रूप ले लिया जब कोरोना वायरस को लेकर चल रही एक बैठक के दौरान अस्पताल के सभी चिकित्सक बैठक में पहुंच गए और उन्होंने मास्क न मिलने का मुद्दा उठाया। इस दौरान काफी गहमागहमी का माहौल व्याप्त हो गया। चिकित्सकों के सामने अधिकारियों ने अपने पक्ष रखे जबकि चिकित्सकों ने अपने प्रश्न अधिकारियों के सामने रखे। बाद में रोजाना सभी चिकित्सकों को 10-10 ट्रिप्पल लेयर मास्क देने पर सहमति बनी और गाइडलाइन के मुताबिक आइसोलेशन वार्ड में एन 90 मास्क मुहैया करवाने का आश्वासन दिया गया जिसके बाद चिकित्सक वापस मरीजों को चैक करने के लिए लौटे।

एक चिकित्सक को दिया शो-कॉज नोटिस

मास्क न मिलने को लेकर ड्यूटी से इंकार करने वाले चिकित्सक को अस्पताल प्रशासन की ओर से कारण बताओ नोटिस इश्यू कर दिया गया है। गौरतलब है कि चिकित्सक द्वारा मरीजों को चैक करने से पहले स्वयं की सुरक्षा के लिए एन 90 मास्क की मांग की थी। चिकित्सक का तर्क था कि चिकित्सकों का मरीजों के साथ सीधा संपर्क होता है। ऐसे में पहले यह तय कर पाना मुश्किल हो जाएगा कि मरीज किस इन्फेक्शन से पीड़ित है जिसके चलते उन्हें एन 90 मास्क मुहैया करवाए जाने चाहिए। 

सीएमओ डाॅ. रमन कुमार शर्मा ने बताया कि कोरोना वायरस के चलते एहतियातन कदम उठाए जा रहे हैं और विभाग पूरी तरह से मुस्तैद है। चिकित्सकों को 10-10 मास्क मुहैया करवाने के निर्देश दिए गए हैं और कफ सेंटर भी बनाया गया है।

kirti