हिमाचल के शक्तिपीठों में दर्शनों के लिए कोविड रिपोर्ट जरूरी नहीं

Friday, Apr 16, 2021 - 12:00 AM (IST)

नयनादेवी/चिंतपूर्णी (बंशीधर/राजन): हिमाचल सरकार ने देश के 7 राज्यों के लोगों को प्रदेश में एंट्री के लिए 16 अप्रैल से कोरोना नैगेटिव होने की रिपोर्ट लाने के निर्णय का शक्तिपीठों में आने वाले श्रद्धालुओं पर कोई असर नहीं पड़ेगा क्योंकि प्रदेश सरकार ने इसे अनिवार्य नहीं बल्कि एडवाइजरी किया है जिस कारण संबंधित राज्यों के लोग शुक्रवार से बिना किसी रोक-टोक के प्रदेश के शक्तिपीठों में आराम से दर्शन कर सकते हैं। उधर एसडीएम ने भी स्पष्ट किया कि चिंतपूर्णी मंदिर आने वाले श्रद्धालुओं को किसी भी तरह की कोई रिपोर्ट लाने की जरूरत नहीं होगी। एसडीएम ने कहा कि जो श्रद्धालु मंदिर दर्शन करने के साथ रात को किसी होटल में रुकना चाहते हैं, ऐसे लोगों को अपने साथ कोरोना की नैगेटिव रिपोर्ट रखनी होगी और जो श्रद्धालु सिर्फ दर्शन करके वापस घरों को लौट जाएंगे, उनके लिए कोरोना की रिपोर्ट जरूरी नहीं होगी। एसडीएम ने बताया कि बॉर्डर पर किसी भी श्रद्धालु या टूरिस्ट को नहीं रोका जाएगा और न ही बॉर्डर पर किसी की कोई रिपोर्ट चैक होगी। जिस होटल में किसी टूरिस्ट या श्रद्धालु ने रात को रुकने के लिए कमरा लिया हुआ है तो उस होटल के मालिक ही रुकने वाले टूरिस्ट की रिपोर्ट चैक करेंगे।

शक्तिपीठों में चल रहे नवरात्रे

हिमाचल प्रदेश में मौजूदा समय में शक्तिपीठों में नवरात्रे चल रहे हैं तथा प्रदेश सरकार ने नवरात्रों के दौरान शक्तिपीठों में लंगर, भंडारों व जगराते की अनुमति नहीं दी है तथा इसके लिए एसओपी जारी कर मास्क का प्रयोग लाजिमी करने के साथ ही सामाजिक दूरी आदि बनाए रखने के निर्देश दिए हैं। जानकारी के अनुसार शक्तिपीठों में मौजूदा समय में सबसे ज्यादा श्रद्धालु साथ लगते राज्य पंजाब व अन्य प्रदेशों से आ रहे हैं जिस कारण शक्तिपीठों में माता के दर्शन करने से संबंधित राज्यों के लोगों को मंदिर न्यास नहीं रोक सकता।

नयनादेवी में सराय बंद

हालांकि शक्तिपीठ श्री नयनादेवी जी में मंदिर न्यास द्वारा सराय बंद की जा चुकी हैं। नयनादेवी मंदिर न्यास ने एहतियात के तौर पर सरकारी आदेशों के तहत होटलों में ठहरने वाले श्रद्धालुओं का पूरा रिकॉर्ड मैंटेन करने के निर्देश जरूर दिए हैं ताकि किसी श्रद्धालु के कोरोना पॉजिटिव आने पर उसकी कांटैक्ट हिस्ट्री का पता लगाकर प्रशासनिक स्तर पर आगामी कदम उठाए जा सकें। मंदिर न्यास श्री नयनादेवी के अध्यक्ष एवं एसडीएम सुभाष गौतम ने बताया कि होटल संचालकों को भी श्रद्धालुओं का पूरा रिकॉर्ड मैंटेन करने के निर्देश दिए गए हैं।

चिंतपूर्णी मंदिर में दर्शन पर्ची अनिवार्य

चिंतपूर्णी मंदिर आने वाले श्रद्धालु बिना किसी कोरोना रिपोर्ट के मंदिर दर्शनों के लिए जारी की गई एसओपी के साथ दर्शन कर सकेंगेे जिसमें श्रद्धालुओं को दर्शन पर्ची लेना अनिवार्य होगा। उनकी थर्मल स्कैङ्क्षनग होगी, उसके बाद श्रद्धालुओं को मंदिर में दर्शनों के लिए भेजा जाएगा। इस दौरान श्रद्धालुओं को कोविड नियमों का पालन करना होगा और मंदिर जाने के लिए मास्क पहनना जरूरी होगा। वहीं एसडीएम अम्ब मनेश यादव ने कहा कि चिंतपूर्णी मंदिर में श्रद्धालु कोरोना रिपोर्ट लाए बिना दर्शन कर सकेंगे लेकिन ऐसे श्रद्धालुओं को रात स्टे करने की अनुमति नहीं होगी। उन्होंने साफ किया कि रात को होटलों में रुकने वाले यात्रियों की नैगेटिव रिपोर्ट होटल मालिक चैक करेंगे और प्रशासनिक अधिकारी भी किसी भी समय होटल में ठहरने वाले यात्रियों की रिपोर्ट देख सकते हैं।

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Vijay