हर विधानसभा क्षेत्र के 1 पोलिंग बूथ की VVPAT में पड़े वोटों की गिनती अनिवार्य

Monday, Dec 11, 2017 - 09:59 AM (IST)

शिमला: प्रदेश के प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र के एक पोलिंग स्टेशन पर इस्तेमाल की गई वी.वी. पैट मशीन में पड़े वोटों की गिनती अनिवार्य की गई है। विधानसभा क्षेत्र के अन्य पोलिंग स्टेशन की वी.वी. पैट के वोट तभी गिने जाएंगे, जब प्रत्याशी सभी वी.वी. पैट में वोटों की गिनती को आग्रह करेगा। वी.वी. पैट के वोट की गिनती को लेकर अंतिम फैसला रिटर्निंग आफिसर (आर.ओ.) लेंगे। प्रदेश में पहली बार इन विधानसभा चुनावों में 7,325 ई.वी.एम. के साथ इतनी ही वी.वी. पैट मशीनों का इस्तेमाल किया गया है। इनमें से 68 वी.वी. पैट मशीनों में पड़े मतों की गणना अनिवार्य की गई है। 


ई.वी.एम. मशीनों पर कई राजनेताओं ने उठाए थे सवाल
इसी साल मार्च माह में उत्तरप्रदेश में विधानसभा चुनाव संपन्न होने के बाद ई.वी.एम. मशीनों पर कई राजनेताओं ने सवाल उठाए थे। इसको देखते हुए केंद्रीय चुनाव आयोग ने ई.वी.एम. (इलैक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन) के साथ पहली बार वी.वी. पैट (वोटर वैरीफाइड पेपर ऑडिट ट्रेल) का इस्तेमाल किया है। जब कोई मतदाता किसी प्रत्याशी का ई.वी.एम. में वोट के लिए बटन दबाता है तो उस प्रत्याशी का नाम व चुनाव चिन्ह वी.वी. पैट में 7 सैकेंड तक एक पर्ची पर नजर आता है। उसके बाद यह पर्ची वी.वी. पैट के बॉक्स में गिर जाती है। यदि किसी प्रत्याशी को ई.वी.एम. में गड़बड़ी की आशंका लगती है तो वह आर.ओ. के पास सभी वी.वी. पैट के वोटों की गिनती को आग्रह कर सकता है। प्रत्याशी के अनुरोध पर आर.ओ. वी.वी. पैट की पर्चियों की गिनती करवाएंगे। 


मतगणना के लिए चुनाव विभाग तैयारियां पूरी करने में जुटा
इससे पहले ई.वी.एम. की वोटिंग पूरी की जाएगी। इन दिनों 7,325 ई.वी.एम. और वी.वी. पैट मशीनें स्ट्रांगरूम में रखी गई हैं। चुनाव विभाग ने 100 जगह पर स्ट्रांग रूम बना रखे हैं, जहां पर केंद्रीय अर्द्धसैनिक बलों का कड़ा सुरक्षा पहरा है। इनकी मतगणना आगामी 18 दिसम्बर को सुबह 8 बजे शुरू हो जाएगी। मतगणना के लिए चुनाव विभाग तैयारियां पूरी करने में जुटा हुआ है। इन दिनों रिटर्निंग आफिसर और असिस्टैंट रिटर्निंग आफिसर को मतगणना का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। मतगणना की तैयारियों के लिए इसी सप्ताह केंद्रीय चुनाव आयोग की टीम हिमाचल आ सकती है और चुनाव विभाग को मतगणना को लेकर आवश्यक दिशा-निर्देश देगी। 13वीं विधानसभा के चुनाव में इस बार कुल 337 प्रत्याशियों का भविष्य दांव पर लगा हुआ है। 


इस बार मतगणना में लगेगा ज्यादा वक्त
मतदान भले ही ई.वी.एम. द्वारा करवाया गया हो लेकिन इस बार रिजल्ट आने में ज्यादा वक्त लगेगा। प्रत्याशी को यदि ई.वी.एम. में किसी तरह की गड़बड़ी लगेगी तो वह वी.वी. पैट में पड़े वोटों की गिनती को अपील कर सकता है। यदि वी.वी. पैट में गिनती करवाई जाती है तो उतना ही समय लगेगा जितना कुछ साल पहले बैलेट पेपर की मतगणना में लगता था। क्योंकि वी.वी. पैट की पर्चियां पहले तो सभी प्रत्याशियों की अलग-अलग करनी होंगी और उसके बाद इनकी गणना होगी। इस तरह इस सारी प्रक्रिया में दोगुना वक्त लग सकता है।