BJP के लिए गले की फांस बनी नप अध्यक्ष पद पर ताजपोशी, जानिए क्यों

Tuesday, Sep 25, 2018 - 05:20 PM (IST)

नाहन: नगर परिषद अध्यक्ष पद के कार्यकाल को लेकर भाजपा व विधायक डा. राजीव बिंदल द्वारा लिया गया फैसला अब राजनीतिक रूप से उनके लिए गले की फांस बनने वाला है। 2016 में करीब 10 साल बाद नप में भाजपा ने परचम लहराया था। उस समय अध्यक्ष पद के लिए कई नाम सामने आए थे। इससे पार्षदों में बगावत के आसार दिखने लगे थे। उस दौरान डा. ङ्क्षबदल ने  पार्टी द्वारा लिए गए निर्णय के तहत पार्षदों को एकजुट किया था। अढ़ाई साल का कार्यकाल मौजूदा अध्यक्ष पद पर आसीन अनीता शर्मा का 18 अगस्त, 2018 को पूरा हो गया है। तय राजनीतिक समझौते के मुताबिक अगले अढ़ाई साल के लिए अध्यक्ष पद का कार्यभार पार्षद रेखा तोमर को दिया जाना था।

समझौते को लेकर नहीं हो पाई एक भी बैठक
अब राजनीतिक समीकरण कुछ इस तरीके से बन रहे हैं कि अभी तक इस समझौते को लेकर एक भी बैठक नहीं हो पाई है। पार्षद रेखा तोमर व अध्यक्ष अनीता शर्मा पार्टी के फैसले को मानने के लिए तैयार हैं। अब सवाल यह है कि भाजपा अध्यक्ष पद पर बदलाव लाने के समझौते को अमलीजामा क्यों नहीं पहनाया गया है। 2019 में लोक सभा चुनाव होने वाले हैं। अगर उससे पहले कोई राजनीतिक विवाद खड़ा होता है तो वह भाजपा के लिए राजनीतिक संकट बन सकता है। अगर भाजपा के पार्षदों में अध्यक्ष पद को लेकर बगावत होती है और कांग्रेस मौका संभाल कर अध्यक्ष पद के लिए भाजपा के पार्षदों को अपनी ओर खिंचती है तो यहां भाजपा विधायक व भाजपा नेताओं के लिए भाजपा के पार्षदों को एक मंच पर लाना टेढ़ी खीर साबित होगा।

Vijay